प्रदेश में नए स्तर पर पहुंचा कोरोना:रिकॉर्ड 14504 मरीज मिले, 131 की गई जान, एक दिन में सर्वाधिक 9535 मरीज ठीक हुए, सक्रिय 95 हजार पारप्रदेश में अभी 72 हजार मरीज हैं होम आइसोलेट
प्रदेश में गुरुवार को कोरोना ने नया रिकॉर्ड बनाया। पिछले 6 दिनों से स्थिर चल रहा आंकड़ा 24 घंटे में 22% बढ़ गया है। एक दिन में प्रदेश में पहली बार 14,504 लोग संक्रमित मिले, वहीं रिकॉर्ड 131 मरीजों की जान चली गई। सबसे ज्यादा 5042 मरीज तो सिर्फ गुड़गांव में मिले हैं।
कुल 9 जिलों में 500 से ज्यादा पॉजिटिव मिले हैं। वहीं दूसरी तरफ सबसे ज्यादा पानीपत में 13 और हिसार में 12 लोगों की कोरोना से जान चली गई। अब प्रदेश में कुल मरीजों का आंकड़ा 4,76,260 हो गया है। इनमें 4295 मरीजों की जान चुकी है।
इधर, एक दिन में पहली बार सबसे अधिक 9535 मरीज ठीक हुए भी हुए हैं। अब कोरोना को हराकर स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा भी 3,76,852 पर पहुंच गया है। प्रदेश में सबसे बड़ी चिंता एक्टिव मरीजों को लेकर है। एक तरफ जहां बेड की कमी हो रही है, वहीं दूसरी तरफ एक्टिव मरीज बढ़कर 95 हजार 113 हो गए हैं।
हालांकि सरकार ने इनमें सीरिय मरीजो की संख्या सिर्फ 1267 ही बताई है। यदि नए मरीजों के मिलने का यह आंकड़ा रहा तो शुक्रवार को ही एक्टिव मरीजों की संख्या एक लाख पार हो सकती है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार प्रदेश में 72 हजार मरीज होम आइसोलेट है।
ऑक्सीजन और बेड को लेकर लिए निर्णय
ऑक्सीजन की कमी पूरी करने के लिए अब दो ट्रेनें शुरू करेंगे। एक ट्रेन हरियाणा पहुंचे तो दूसरी टैंकर खाली करके उड़ीसा पहुंचे।
जो ट्रेन पांच टैंकर लेकर गई है वो एक-दो दिन में वापिस आएगी।
विज ने रिपोर्ट समय पर देने के लिए सरकारी व निजी जांच लैब 24 घंटे चालू रखने को कहा है।
गुड़गांव के एसजीटी अस्पताल में 400 बेड के अस्पताल को जल्द से जल्द शुरू के निर्देश दिए हैं।
रेमडेसिविर के विकल्प के तौर पर टोसिलीजुमैब दवा के इस्तेमाल पर विचार किया जाएगा।
हिसार व पानीपत में संचालित किए जाने वाले अस्पतालों में ईएसआई व डिस्पेंसरियों में कार्यरत स्टाफ की सेवाएं लेंगे।
कोविड मरीजों का इलाज करने वाले अस्पतालों को पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा।
सीएस ने डीसी से लिया ऑक्सीजन पर फीडबैक
मुख्य सचिव विजय वर्धन ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी डीसी से प्रदेश में ऑक्सीजन सप्लाई फीडबैक भी लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि जब तक अतिरिक्त ऑक्सीजन नहीं मिल जाती तब तक वे उपलब्ध ऑक्सीजन की निरंतर सुचारू आपूर्ति बनाए रखें। प्रदेश में 51 ऑक्सीजन फिलिंग प्लांट हैं, जिनमें से 28 प्लांट में पर फिलिंग हो रही है।