जींद रोड श्मशान घाट के बाहर लोगों ने रोकी एंबुलेंस:कोविड मृतकों के संस्कार पर बवाल, लोग बोले- हवा में फैल रहा वायरस, हमें खतराजींद रोड स्थित श्मशान घाट में कोरोना डेड बॉडी के अंतिम संस्कार का अासपास की काॅलाेनियाें के लाेगाें ने गुरुवार शाम करीब 4 बजे विराेध कर दिया। कबीर कॉलोनी, बालक नाथ कॉलोनी, शौरा कोठी और जींद रोड के स्थानीय निवासियों ने अंतिम संस्कार के लिए डेड बॉडी लेकर अंदर जा रही एंबुलेंस को रोक लिया।
मौके पर आई पुलिस के हस्तक्षेप से अंतिम संस्कार किया गया। इसके पहले सुबह कॉलोनी वासियों ने मेयर मनमोहन गोयल के डीएलएफ कॉलोनी स्थित आवास पर जाकर भेंट की। उन्हें शिकायत पत्र सौंपा, जिसमें कहा गया कि आबादी के बीच में स्थित जींद रोड श्मशान घाट पर पिछले कई दिनों से भारी संख्या में कोरोना डेड बॉडी का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
इससे चारों ओर बदबू और जहरीला धुंआ फैलने से बच्चे बड़े बीमार पड़ गए हैं। लिहाजा नगर निगम आबादी से दूर कहीं निगम की जमीन पर अंतिम संस्कार का प्रबंध कराएं। मेयर की तरफ से उनको आश्वासन भी दिया गया। लोगों ने यह भी शिकायत कि प्रशासन श्मशान घाट के अंदर 12 और नए कुंड बनवाने के लिए बिल्डिंग मटेरियल मंगवा चुका है। किसी भी हालत में नए कुंड नहीं बनने दिए जाएंगे।
नए कुंड नहीं बनवाने का मिला आश्वासन
प्रदर्शन कर रहे राजेंद्र मलिक, सुमित गुलिया, मनोज मोर, अमित गुलिया, फुलकुवर, रामकुमार व ओमपति, सुशीला, शीला आदि ने बताया कि मौके पर पहुंचे हेड क्वार्टर डीएसपी गोरखपाल राणा ने उनको आश्वासन दिया है कि श्मशान घाट पर नए 12 कुंड नहीं बनाए जाएंगे। वर्तमान जो कुंड हैं उन्हीं में डेड बॉडी का अंतिम संस्कार किया जाएगा। शव की संख्या बढ़ने पर प्रशासन कहीं और अंत्येष्टि क्रिया करवाने का प्रबंध करेगा।
जरूरत पर ही बनाए जाएंगे श्मशान घाट में नए कुंड
जींद रोड श्मशान घाट पर कोविड डेड बॉडी के संस्कार करवाने का निर्णय जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार का है। उन्हीं के निर्देश पर वहां अंतिम संस्कार करवाया जा रहा है। अब कायस्थान श्मशान घाट को भी चिह्नित कर लिया गया है। अगर आवश्यकता होगी तभी नए कुंड बनाए जाएंगे अन्यथा वर्तमान कुंडों में ही शव का अंतिम संस्कार करवाया जाएगा।