कोरोना ने किया बेबस, अंतिम विदाई भी नसीब नहीं:जिस बेटे का जुलाई में निकाह तय करना था, मजबूर मां ने उसे 13 हजार किमी दूर बैठकर सुपुर्दे खाक होते ऑनलाइन देखाअमेरिका के सेंट लुईस में हुई थी भोपाल के बेटे शरीफ की गोली मारकर हत्या
परिवार अमेरिका जाना चाहता था, कोरोना संक्रमण के कारण नहीं जा सका
अमेरिका के सेंट लुईस में 4 दिन पहले भोपाल के इंजीनियर शरीफ उर रहमान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रविवार तड़के 4 बजे उन्हें सेंट लुईस के कब्रिस्तान सुपुर्दे खाक कर दिया गया। यहां की एक संस्था और शरीफ के दोस्तों ने मिलकर ये जिम्मा उठाया। मजबूर मां और परिवार के अन्य सदस्य कोरोना संक्रमण के कारण सेंट लुईस नहीं पहुंच सके।
सभी ने करीब 13 हजार किमी दूर भोपाल में बैठकर जवान बेटे को सुपुर्दे खाक होते ऑनलाइन देखा। मां रुखसाना खान बार-बार बेटे से मिलने की आस लेकर बिलखती रहीं। परिवार उन्हें संभालता रहा। बड़े भाई मुजीब ने बताया कि इस दौरान बहन शबाना खान भी ऑनलाइन जुड़ी थीं। वह इन दिनों अपने शौहर के साथ साउथ अफ्रीका में हैं।
परिवार अमेरिका जाना चाहता था, कोरोना संक्रमण के कारण नहीं जा सकापिता के इंतकाल के बाद भाई भी छोड़ गया
मुजीब के मुताबिक शरीफ जुलाई में भोपाल आने वाला था। उसके लिए रिश्ता भी तय किया जा रहा था। सभी ने सोचा था कि इस बार उसका निकाह करवा देते। कुछ समय पहले ही हमारे पिता का इंतकाल हो गया, अब छोटे भाई ने भी साथ छोड़ दिया। इतने गम एक साथ देखकर मां रुखसाना तो टूट गई हैं।
कैसे मिलेगा इंसाफ, नहीं आया वहां से कोई जवाब
मुजीब ने बताया कि शरीफ की हत्या की जानकारी हमने हर स्तर पर जिम्मेदारों को ट्वीट के जरिए दी। भोपाल कलेक्टर, मुख्यमंत्री मप्र और विदेश मंत्रालय को भी ट्वीट किया गया। हमने सभी से शरीफ के लिए मदद मांगी थी। चार दिन में हमें एक भी जवाब नहीं आया है। सोशल मीडिया पर शरीफ के हत्यारे को कड़ी सजा दिलाने की मांग होती रही, लेकिन किसी जिम्मेदार ने हमसे बात तक नहीं की।