कैंसर का सफल ऑपरेशन:कैंट सिविल अस्पताल में महिला के गर्भाशय कैंसर का सफल ऑपरेशनमुलाना की 54 वर्षीय ज्ञानो देवी का 6 महीने से कीमोथैरिपी से हो रहा था इलाज
कैंट सिविल अस्पताल में मुलाना के गांव हरड़ा निवासी 54 वर्षीय ज्ञानो देवी के गर्भाशय के कैंसर का सफल ऑपरेशन हुआ है। महिला बीते एक साल से इस बीमारी से पीड़ित थी और पता चलने पर बीते छह माह से मुलाना के मेडिकल कॅालेज से कीमोथैरेपी ले रही थी। जहां से महिला काे इलाज के लिए सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया था।
अस्पताल में गायनोकोलॉजिस्ट डाॅ. मीनाक्षी राणा और डाॅ. अभिषेक भूषण ने महिला के कैंसर ओवरी का आॅपरेशन करने में करीब दो घंटे का समय लगा। अस्पताल में पहले इस तरह के ऑपरेशन नहीं होते थे और प्राइवेट अस्पताल में महंगे फीस चुका कर यह ऑपरेशन कराने पड़ते थे। लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग के डाॅक्टर्स गंभीर बीमारियों की सर्जरी करने में जुटे हैं इसलिए जिला के अलावा आसपास के जिलों से भी मरीज आकर इलाज करा रहे हैं।
गायनोकोलॉजिस्ट की महिलाओं को राय, साल में 1 बार जरूर कराएं अल्ट्रासाउंड
महिलाओं में गर्भाशय कैंसर एक भयानक बीमारी है, क्योंकि इसमें मरीज के गर्भाशय में कैंसर की गांठ बनते-बनते काफी समय लग जाता है। इसलिए किसी भी महिला जिसको पेट में भारीपन, वजन कम होने की शिकायत या किसी की परिवार में इसकी हिस्ट्री हो तो उसे सतर्क रहना चाहिए। लक्षण दिखने पर अपने गायनोकोलॉजिस्ट डाॅक्टर से चेकअप कराना चाहिए।
अल्ट्रासाउंड के जरिए इसकी जांच होती है और स्टेज-1 या 2 हो तो उसे सर्जरी के जरिए ऑपरेट करा सकते हैं। इलाज के दौरान पांच हजार रुपए की कीमत के इंजेक्शन भी पेशेंट को दिए जाते हैं। स्टेज तीन या इससे ऊपर होने पर पहले कीमोथैरेपी दी जाती है, कीमो के बाद सर्जरी होती है। इसकी सर्जरी काफी महंगी होती है। इससे बचने के लिए 35 साल से अधिक महिला को हर साल अपना अल्ट्रासाउंड और जांच करानी चाहिए।