35 गांवों की 50 बरस पुरानी मांग होगी पूरी:मारकंडा पर बनेगा पुल, पंजाब जाने को मिलेगा एक और रास्ताहरिगढ़ भौरख व जंधेड़ी के बीच मारकंडा पर बनेगा पुल, 12 किमी की दूरी घटेगी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तीन साल पहले की थी पुल बनाने की घोषणा
खेलमंत्री संदीप सिंह के आदेशों पर एडीसी ने किया मौके का निरीक्षण
पिहोवा और अम्बाला जिलों के लोगों को एक और सुविधा मिलने जा रही है। गांव हरिगढ़ भौरख और जंधेड़ी के बीच मारकंडा नदी पर पुल का निर्माण किया जाएगा। पुल के निर्माण से तकरीबन 35 गांवों के हजारों लोगों को फायदा होगा और 50 सालों से चली आ रही मांग भी पूरी हो जाएगी।
इस बड़ी परियोजना पर तेजी से कार्य शुरू करने के लिए खेलमंत्री स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल से चंडीगढ़ में मिले थे। इसके उपरांत ही इस परियोजना पर तेजी से कार्य शुरू करने के आदेश भी जारी हो गए। शुक्रवार को एडीसी प्रीति और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने गांव हरिगढ़ भौरख के उस स्थल का निरीक्षण किया जहां पर मारकंडा के उपर से पुल का निर्माण किया जाना है।
यहां पर एडीसी प्रीति ने सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता गुरविन्द्र सिंह और अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों से परियोजना के बारे में फीडबैक ली। इतना ही नहीं एडीसी ने सभी अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से परियोजना को अमलीजामा पहनाने के आदेश भी दिए।
इस पुल का निर्माण सिंचाई विभाग की तरफ से किया जाएगा। इस पर तकरीबन 14 करोड़ रुपए की राशि भी खर्च की जाएगी। मौके पर जिला सह मीडिया प्रभारी अक्षय नंदा, मोहित शर्मा, बबलू काजल, विनोद सैनी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व अधिकारी मौजूद थे।
50 साल पुरानी मांग
गांव हरिगढ़ भौरख व आस-पास के करीब 35 गांवों के लोग मारकंडा नदी पर पुल का निर्माण की मांग पिछले 50 सालों से कर रहे हैं। इन लोगों की मांग और जरूरत को देखते हुए चुनावों के समय भाजपा प्रत्याशियों ने चुनावी वादा भी किया। इस चुनावी वादे के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2017 में पुल का निर्माण करने की घोषणा भी की थी।
2 जिलों के 35 गांव जुडेंंगे
खेलमंत्री संदीप सिंह ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर इस परियोजना की प्राथमिकता व महत्व पर बातचीत की थी। ग्रामीणों, किसानों के तमाम पहलुओं को विस्तार से रखा। इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग के आलाधिकारियों को इस परियोजना पर तेजी से काम करने के आदेश दिए। खेलमंत्री संदीप सिंह ने कहा कि मारकंडा एक पवित्र नदी है और इस नदी के पास हरिगढ़ भौरख, पटेलनगर, जोधपुर, नैंसी, मलिकपुर,टिकरी तंगौली, बालापुर, मडाडो और जंधेड़ी गांव के साथ-साथ इस मार्ग से कुरुक्षेत्र-अम्बाला जिलों के 35 गांव जुड़ेंगे।
12 किमी घटेगा सफर
पुल का निर्माण होने से यह पंजाब जाने का एक वैकल्पिक मार्ग भी बनेगा और हरियाणा-पंजाब को एक दूसरे के साथ जाेड़ने का काम करेगा। इस मार्ग के बनने के बाद पंचायती जमीनों के साथ-साथ किसानों के खेत खलिहानों तक पहुंचने में भी आसानी होगी और आर्थिक रूप से भी किसानों और लोगों को फायदा होगा। कहा कि इस क्षेत्र के लोगों को पिहोवा जाने के लिए 15 किलोमीटर दूर घूमकर सफर तय करना पड़ रहा है। इस पुल का निर्माण होने के बाद तकरीबन 12 किलोमीटर का सफर भी कम हो जाएगा। खेलमंत्री संदीप सिंह ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया।