प्रशासन के प्रति आक्रोश:मठ पर कब्जा और महंत के साथ मारपीट के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर सीएम को काले झंडे दिखाएंगेअस्थल बोहर स्थित औघड़ पीर डेरे पर एसडीएम काेर्ट से अब तक समाधान नहीं हो पाया है। ऐसे में मामला गहराता जा रहा है। मठ पर कब्जा व महंत के साथ मारपीट करने के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने को लेकर दलित समाज में सरकार व जिला प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है।
मिशन एकता समिति की प्रदेश अध्यक्ष कांता आलड़िया ने कहा कि दलित समाज ने प्रशासन पर सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के रोहतक आगमन को लेकर काले झंडे दिखाकर अपना विरोध प्रकट करने का निर्णय लिया। गुरुवार को पत्रकार वार्ता करते हुए कांता आलड़िया ने कहा कि औघड़ पीर डेरे के महंत पर हमला व डेरे पर कब्जा भाजपा व आरएसएस की एक सोची समझी साजिश है। आज प्रदेश में कोई वर्ग सुरक्षित नहीं है।
पूरी तरह से जंगलराज कायम हो चुका है। प्रदेश की जनता राम भरोसे है। कांता आलड़िया ने कहा कि बार-बार जिला प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद अब तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं है, जिससे साबित होता है कि सरकार के इशारे पर यह घृणित कार्य किया है।
औघड़ पीर डेरा दलित समाज के साधु संतों की धरोहर है। सरकार दलितों के आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है, जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर महेन्द्र बांगड़ी, मनीषा बोहत, मंजीत मोखरा, नवीन मेहरा व सुनील राठी मौजूद रहे।