किसानों का गुस्सा:लांधड़ी टोल पर किसानों ने डिप्टी सीएम का पुतला जलाया, नारेबाजी कर नाराजगी जताईडिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के दौरे को लेकर किसानों ने जताया विरोध
कृषि कानूनों के विरोध में 98वें दिन भी जारी रहा धरना, किसान बोले- दादागिरी नहीं चलने देंगे
लांधड़ी चिकनवास टोल पर कृषि कानूनों के विरोध में धरना 98वें दिन भी जारी रहा। धरने का नेतृत्व किसान नेता काला कनोह, संदीप सिवाच गोरखपुर, संदीप जांगड़ा मीरपुर और महिला किसान नेता सुदेश सिवाच ने किया। धरने पर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की शव यात्रा निकालकर जजपा के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया और दुष्यंत चौटाला का पुतला जलाया गया।
लांधड़ी-चिकनवास टोल से सैकड़ों महिलाएं व किसान एयरपोर्ट पर दुष्यंत का घेराव करने पहुंचे। किसानों ने कहा कि दुष्यंत चौटाला अपनी दादागिरी व नेतागिरी दिखाना चाहते हैं। धरने का नेतृत्व करते हुए संदीप सिवाच ने कहा कि आज कृषि कानूनों के विरोध में किसान लगभग साढ़े 4 महीने से सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है और किसानों ने भाजपा व जजपा के नेताओं के कार्यक्रम का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर रखा है।
यहां तक की पार्टी का कोई भी विधायक मंत्री जनसभा संबोधित करता है और कोई घटना घट जाती है तो स्वयं जिम्मेदार होगा। किसानों ने ऐलान किया था कि हिसार में दुष्यंत चौटाला का कोई भी प्रोग्राम नहीं होने देंगे। जिसके विरोध में किसानों ने एयरपोर्ट का घेराव किया।
आज किसानों में दुष्यंत चौटाला के प्रति भारी रोष है। इस मौके पर किसान नेता विजय पूनिया, अजय जोहर, महावीर पूनिया, अंगद जोहर, सतवीर डूडी ,चंद्रमैन दहिया, राजेश किरमारा, सुभाष किरमारा, धर्मपाल लोहचब, अजय धुंधवाल, विनोद खासा, विनोद माल चिकनवास, जगदीश सहारण, अमित ढाका रामचंद्र श्यामसुख उपस्थित थे।
4 को जींद में महापंचायत, केजरीवाल भी आएंगे
हांसी |आम आदमी पार्टी के मुख्य संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 4 अप्रैल को जींद में किसानों के समर्थन में एक महापंचायत को संबोधित करेंगे। पार्टी के पश्चिम हरियाणा संयुक्त सचिव सचिन जैन व जिला अध्यक्ष संजय बूरा ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अगर किसान और उसकी किसानी ही नहीं बचेगी तो फिर आम आदमी कहां बचेगा।
केंद्र सरकार तुरंत प्रभाव से बातचीत के लिए आगे आए : पिलानियां
बालसमंद, चौधरीवास टोल प्लाजा पर किसानों और मजदूरों का टोल फ्री धरना 98वें दिन भी जारी रहा। गुरुवार को धरने की संयुक्त अध्यक्षता रवि दत्त शर्मा व राजकुमार देवा ने की। वहीं मंच संचालन शमशेर सिंह और मंगतराम ने किया।
धरने को संबोधित करते हुए किसान नेता परमानंद, कालिया सिहाग, संतलाल, सुरेंद्र आर्य, रतन सिंह, सोमबीर पिलानिया ने कहा कि सरकार के प्रति लोगों में आक्रोश की भावना है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को हिसार पहुंचे उपमुख्यमंत्री को भी किसानों के रोष का सामना करना पड़ा। किसान नेताओं ने कहा कि डिप्टी सीएम को जिले में पहुंचने पर सबसे पहले सड़कों पर बैठे किसान और मजदूरों से बातचीत करनी चाहिए थी।
महिला अधिवक्ताओं ने दिया धरना
काेर्ट परिसर में जिला बार हॉल के पास लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में महिला अधिवक्ताओं ने धरना दिया। इस मौके पर लखविंदर कौर, रेखा मित्तल कथूरिया, श्वेता शर्मा, विजय लक्ष्मी, भावना गुप्ता, ममता, लक्ष्मी शर्मा, नीलम शर्मा, मीना शर्मा, शीला राठी, अमला, सुदेश वर्मा सहित अन्य महिला अधिवक्ता मौजूद रहीं।