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अट्रॉफी बीमारी:स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी से पीड़ित वंश को लगना है 16 करोड़ रु. का इंजेक्शन,

स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी बीमारी:स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी से पीड़ित वंश को लगना है 16 करोड़ रु. का इंजेक्शन, परिवार ने स्वास्थ्य विभाग और समाज से मांगी मददतेजली स्टेडियम के पास रहने वाला 13 वर्षीय वंश है मांसपेशियां खराब कर देने वाली बीमारी से पीड़ित, अमेरिका से आना है इंजेक्शन
मांसपेशियों को खराब कर देने वाली स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी बीमारी से तेजली स्टेडियम के पास रहने वाले वंश पीड़ित है। इस बीमारी की दवा अभी तक सिर्फ अमेरिका में है और एक इंजेक्शन की कीमत 16 करोड़ रुपए है। परिवार ने इस इंजेक्शन को मंगवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग से गुहार लगाई है। वंश के परिजनों ने मांग की है कि सरकार उनके बेटे की जिंदगी बचाने के लिए अमेरिका से यह इंजेक्शन मंगवाए।

वंश की मां ललिता ने बताया कि उसके बेटे की उम्र जब 9 साल थी तब इस बीमारी का पता चला था। इससे पहले तक उसका बेटा स्कूल भी जाता था और ठीक से खेलता भी था‌, पूरी तरह स्वस्थ था। वहीं उसका छोटा बेटा भी इस बीमारी की चपेट में आ रहा है।

उन्हें कुछ समय पहले ही पता चला है कि अमेरिका में इस बीमारी का इंजेक्शन इजाद किया गया है जिसे पिछले दिनों महाराष्ट्र के एक बच्चे को लगाया है। उस बच्चे के लिए इंजेक्शन लगवाने में सरकार ने भी सहायता की है। उसी तरह की सहायता सरकार उनके बच्चे के लिए भी करे। उन्होंने समाज के लोगों से भी मदद की गुहार लगाई है।

पिछले दिनों इसी बीमारी से पीड़ित एक बच्ची महाराष्ट्र में मिली थी। तब उसके परिजनों ने सोशल मीडिया पर लोगों से हेल्प मांगी थी। केंद्र सरकार ने भी इंजेक्शन मंगवाने में बच्ची के परिजनों की हेल्प की थी। वहीं पिछले दिनों एक मामला स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पास भी पहुंचा था। नारायणगढ़ के गांव डैहर में भी एक बच्चा इसी बीमारी से पीड़ित है। वंश अपने हाथ से न तो कुछ खा सकता है और न ही कपड़े पहन सकता है।

प्रोटीन का निर्माण करना बाधित कर देती है यह बीमारी : डॉ. दहिया

सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि यह बीमारी बेहद खतरनाक है। इसमें ठीक होने का चांस बहुत कम होते हैं। स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी (SMA) बीमारी हो तो शरीर में प्रोटीन बनाने वाला जीन नहीं होता। इससे मांसपेशियां और तंत्रिकाएं (Nerves) खत्म होने लगती हैं।

दिमाग की मांसपेशियों की एक्टिविटी भी कम होने लगती है। चूंकि मस्तिष्क से सभी मांसपेशियां संचालित होती हैं, इसलिए सांस लेने और भोजन चबाने तक में दिक्कत होने लगती है। SMA कई तरह की होती है, लेकिन इसमें Type 1 सबसे गंभीर है।

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