वियतनाम में सीफूड फार्मिंग ने पकड़ी रफ्तार:फिशिंग विलेज, 300 तैरते घरों से चलती है 450 परिवारों की रोजी-रोटी; 31 हजार करोड़ का होता है कारोबारतस्वीर वियतनाम के 200 साल पुराने फिशिंग विलेज काई बीयो की है, जो कैट बा आइलैंड में बसा है। यहां 300 से ज्यादा तैरते घरों में 450 परिवार रहते हैं। इनकी आय का मुख्य जरिया सीफूड फार्मिंग ही है। लेकिन महामारी के कारण पिछले एक साल में इन लोगों को भारी नुकसान हुआ। क्योंकि, कोविड-19 की बंदिशों के कारण वियतनाम से मछली समेत अन्य सीफूड विदेशों में निर्यात नहीं किया जा सका।
हालांकि, पिछले कुछ दिनों में मछली और केकड़े की मांग तेजी से बढ़ी है। इसके चलते सीफूड फार्मिंग ने रफ्तार पकड़ ली है। देश के साथ-साथ विदेशों में निर्यात होना शुरू हो गया। इसके चलते फिशिंग विलेज समेत देशभर के मछुआरे समुद्रों की ओर लौटने लगे हैं। लोगों को उम्मीद है कि यदि सब ठीक रहा तो आने वाले दिनों में नुकसान की भरपाई कर लेंगे।
31 हजार करोड़ रुपए का कारोबार; 40 लाख नौकरियां पैदा होती हैं
वियतनाम की आबादी करीब 9.80 करोड़ है। सैकड़ों आइलैंड से घिरे होने के कारण यहां की 30 फीसदी आबादी सीफूड फार्मिंग पर निर्भर है। वियतनाम में हर साल सीफूड फार्मिंग से 4.26 बिलियन (करीब 31 हजार करोड़ रुपए) का कारोबार होता है। इससे करीब 40 लाख नौकरियां हर साल पैदा होती हैं।