पाकिस्तान में वट्टा-सट्टा शादी आम:कर्ज चुकाना, विवाद और संपत्ति के झगड़े निपटाने के लिए कर देते हैं नाबालिग लड़कियों की शादी, सिंध इकलौता प्रांत जहां इसकी उम्र 18 सालसिंध पाकिस्तान का इकलौता प्रांत है, जहां शादी की उम्र 18 साल है। देश के अन्य हिस्सों में यह उम्र 16 साल है। फिर भी पंजाब, पेशावर और सिंध जैसे प्रांतों में बाल विवाह के मामले बढ़ रहे हैं। यहां 15 साल से भी कम उम्र की लड़कियों की शादियां हो रही हैं। इसे रोकने के लिए सामाजिक संगठन सामने आए हैं। उन्होंने पूरे देश में शादी की उम्र 16 से बढ़ाकर 18 साल करने की मांग की है। पेशावर में रहने वाले नसीम राइट एक्टिविस्ट हैं।
वे बताते हैं कि पाकिस्तान ने 1990 में बाल अधिकारों पर कन्वेंशन को मंजूरी दी थी। इसमें बच्चों के अधिकारों की रक्षा के साथ बाल विवाह को खत्म करने की प्रतिबद्धता जताई गई थी। लेकिन 30 साल बाद भी कई इलाकों में बाल विवाह की समस्या जारी है। वे पाकिस्तान जनसांख्यिकी और स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2017-18 के डेटा का हवाला देते हुए बताते हैं कि पंजाब, पेशावर और सिंध प्रांत में आज भी 35% तक बाल विवाह ही होते हैं।
महिला अधिकार कार्यकर्ता मुख्तारन माई का कहना है कि पंजाब के ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर लड़कियों की शादी रीति-रिवाजों और परंपराओं के कारण कम उम्र में कर दी जाती है। वे कहती हैं- ‘यहां वट्टा-सट्टा शादी आम है। किसी की हत्या होने पर पैसे चुकाना, जनजातीय विवाद और संपत्ति के झगड़े को निपटाने के लिए भी लड़कियों की शादी कर दी जाती है। वट्टा-सट्टा के तहत दो परिवारों के लड़के-लड़कियों की शादी एक-दूसरे परिवार में की जाती है।’
बाल विवाह की सबसे बड़ी वजह गरीबी
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कार्यकर्ता कैसर खान का मानना है कि पाकिस्तान में बाल विवाह की सबसे बड़ी वजह गरीबी है। वे कहते हैं- ‘जनजातीय इलाकों के लोग 5 लाख से 20 लाख रुपए देकर कम उम्र की लड़कियों से शादी करते हैं। धार्मिक नेता, आदिवासियों के मुखिया और राज्य प्रशासन सभी इसमें शामिल हैं।’
64 साल के विधायक ने महज 14 साल की लड़की से की थी शादी
पाकिस्तान में हाल ही में 64 वर्षीय विधायक मौलाना सलाउद्दीन अयूबी ने 14 साल की लड़की से शादी की थी। इस खबर ने दुनिया में खलबली मचा दी थी। पाकिस्तान की खूब आलोचना भी हुई। इसके बाद मानव अधिकार कार्यकर्ताओं ने सरकार से बाल विवाह के खिलाफ ठोस कदम उठाने की मांग की है। वहीं, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने शादी की खबर को “बेतुकी’ और “बहुत परेशान करने वाली खबर’ बताया था।