देश में कोरोना की दूसरी लहर:94 करोड़ आबादी वाले 10 बड़े राज्यों में रोज सिर्फ 11 हजार केस, जबकि 12 करोड़ आबादी वाले महाराष्ट्र में रोज 36 हजार केसदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की चर्चा तेज है, लेकिन सिर्फ महाराष्ट्र में। केवल महाराष्ट्र ऐसा राज्य है, जहां कोरोना के नए मामलों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। 25 मार्च को वहां करीब 36 हजार नए केस मिले। इसकी तुलना में सबसे ज्यादा आबादी वाले 10 राज्यों में रोज कुल 11 हजार ही केस मिल रहे हैं। 1 मार्च के बाद से अब तक महाराष्ट्र में रोज औसतन 17,838 केस निकल रहे थे, जो पिछले दो हफ्ते में 30 हजार पार हो गए हैं। दूसरी तरफ, 10 बड़े राज्यों में कुल औसत 5420 नए मरीज मिल रहे थे।
बड़ी आबादी वाले राज्यों में कर्नाटक ही है, जहां मार्च में रोज औसत 1000 से अधिक केस आए। महाराष्ट्र से करीब दोगुनी आबादी वाले यूपी में रोज औसत 310 केस आ रहे हैं। महाराष्ट्र एकमात्र राज्य हैं, जहां कोरोना के तीनों स्ट्रेन सामने आए हैं। राज्य में यूके स्ट्रेन के 56, दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन के 5 और ब्राजीली स्ट्रेन का एक केस है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र में ही नया डबल म्यूटेंट वैरिएंट मिलने की भी पुष्टि की है।स्टेट बैंक की रिपोर्ट में दावा: 100 दिन चल सकती है दूसरी लहर, 15 अप्रैल के बाद पीक आना संभव
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत में फरवरी से कोविड-19 के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह दूसरी लहर की तरफ स्पष्ट इशारा कर रहे हैं। अगर यह बढ़ोतरी 15 फरवरी से मानें तो दूसरी लहर 100 दिन तक चल सकती है। पहली लहर के दौरान के पीक को ध्यान में रखें तो इस बार अप्रैल मध्य के बाद नए मामले चरम पर पहुंच सकते हैं।
वहीं 23 मार्च को मिले नए केस के आधार पर दूसरी लहर में कुल मामले 25 लाख होने का आसार है। 28 पेज की रिपाेर्ट में यह भी कहा गया है कि जिलाें में लगाए जा रहे लॉकडाउन कोरोना के केस थामने में अप्रभावी साबित हुए हैं। अधिक से अधिक टीकाकरण ही एकमात्र उम्मीद है। व्यावसायिक गतिविधि सूचकांक में पिछले हफ्ते गिरावट आई है। लॉकडाउन का प्रभाव अगले माह दिखाई दे सकता है।
देश में गुरुवार को 58,735 केस मिले। इतने केस पिछले साल 18 अक्टूबर को थे। महाराष्ट्र में 35,952 व मुंबई में 5,505 केस मिले। यह 14 माह में सबसे बड़ी उछाल है।
गुजरात में गुरुवार को 1,961 केस मिले। यह महामारी आने के बाद से सबसे बड़ा आंकड़ा है। उधर, बेंगलुरु जाने के लिए अब आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट जरूरी होगी।