नौकरी करेंगे प्रिंस हैरी:शाही परिवार छोड़ने के बाद हैरी अब मेंटल हेल्थ प्रोजेक्ट की निगरानी करेंगे; हेल्थ टेक कंपनी में CEO बनेसैन फ्रांसिस्को में पेशेवर और मानसिक स्वास्थ्य की कोचिंग देने वाली कंपनी है बेटरअप
ब्रिटेन के शाही परिवार काे छोड़ आम जिंदगी गुजारने वाले ड्यूक ऑफ ससेक्स प्रिंस हैरी ने सैन फ्रांसिस्को में एक कोचिंग फर्म में बतौर चीफ इम्पैक्ट ऑफिसर (सीआईओ) ज्वाॅइन किया है। ‘बेटरअप’ नाम के स्टार्टअप में हैरी अब एक आम कर्मचारी के तौर पर काम करते हुए नजर आएंगे। बेटरअप 2013 में स्थापित हेल्थ-टेक कंपनी है, जो पेशेवर और मानसिक स्वास्थ्य की कोचिंग मुहैया कराती है। कंपनी ने हैरी की सैलरी काे लेकर काेई जानकारी नहीं दी है, लेकिन उनकी प्राेफाइलिंग जरूर बताई है।
हैरी कंपनी के मेंटल हेल्थ प्राेजेक्ट की निगरानी करेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी उनकी हाेगी। इसके अलावा हैरी एक और सामाजिक भूमिका निभाएंगे। इसके तहत वे रुपर्ट मर्डोक की बहू कैथरीन के एस्पिन इंस्टीट्यूट में बतौर कमिश्नर गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए काम करेंगे। यह उनकी मानद सेवा होगी। इस बीच हैरी ने सीआईओ नियुक्त हाेने के बाद कहा- ‘मैं कंपनी के मेंटल हेल्थ प्राेजेक्ट का हिस्सा बनकर काम करूंगा।
मानसिक फिटनेस काे प्राथमिकता देना जरूरी
मेरा मानना है कि हमारी मानसिक फिटनेस काे प्राथमिकता देने से कई ऐसे अवसर खुल जाते हैं, जिनके बारे में हमें मालूम भी नहीं होता। इसी तथ्य काे रॉयल मरीन कमांडो कहते हैं- यह मन की स्थिति है और ये हम सभी में होती है। यही सेल्फ-ऑप्टिमाइजेशन है। इसका मतलब हाेता है- अपनी क्षमताओं का सर्वाेत्तम दाेहन करना। सीआईओ हाेने के नाते मेरी जिम्मेदारी यही है कि मैं ऐसे माहाैल काे निर्मित करने में याेगदान दे सकूं ताकि लाेग अपना सबसे अच्छा वर्जन आसानी से बन सकें।’
हैरी की नियुक्ति पर कंपनी के सीईओ एलेक्सी रोबिचाक्स के अनुसार, बेटरअप टीम के सदस्य के तौर पर हैरी दुनियाभर में मानव क्षमता को बढ़ाने पर जोर देंगे। बेटरअप एप बेस्ड कोचिंग, परामर्श और सलाह के मामले में अग्रणी कंपनी मानी जाती है। हैरी इसके पहले नेटफ्लिक्स, स्पॉटीफाई जैसे ओटीटी प्लेटफार्म पर पॉडकास्ट और प्रोग्राम पेश कर चुके हैं।
नासा जैसी कंपनियां लेती हैं सेवाएं
बेटरअप 12,556 कराेड़ की नेटवर्थ वाली हेल्थ टेक कंपनी है। कंपनी में 270 कर्मचारियाें के साथ करीब दाे हजार काेच हैं, जाे मानसिक सेहत की ट्रेनिंग देते हैं। अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा, शेवराॅन, मार्स, वाॅर्नर मीडिया जैसी दिग्गज कंपनियां इनकी सेवाएं लेती हैं। सीईओ के मुताबिक कर्मचारी के बेहतरी और विकास पर केंद्रित कोचिंग की मांग पिछले एक साल में काफी बढ़ी है और हमने करीब 900 करोड़ जुटाए हैं।