अच्छी खबर:22 अवैध कॉलोनियों में 50 हजार की आबादी काे मिलेगी सीवर, पानी और पक्की सड़कों की सुविधा30 सालों से बसीं काॅलाेनियाें में अब अच्छे दिनों की उम्मीद, सरकार ने ऑनलाइन मांगा आवेदन
नगर निगम के पास ऐसी 22 काॅलाेनियाें की लिस्ट है जाे अवैध है और ये कितना प्रतिशत डिवेलप हाे चुकी
शहर की अवैध काॅलाेनियाें में वर्षाें से मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे लाेगाें के लिए अच्छी खबर है। 30-30 सालाें से बिना सीवरेज, बिना पानी व सड़काें के गांवाें से भी बदतर हालत में जीवन यापन कर रहे लाेगाें को जल्द ही मूलभूत सुविधाएं मिलने वाली है। इन काॅलाेनियाें काे वैध काॅलाेनी की श्रेणी में भी लाया जा सकता है।
दरअसल, नगर निगम के पास ऐसी 22 काॅलाेनियाें की लिस्ट है जाे अवैध है और ये कितना प्रतिशत डिवेलप हाे चुकी है। निगम अधिकारियाें ने पहले ही रिकाॅर्ड तैयार किया हुआ है। हालांकि मेयर व निगम अधिकारी इन काॅलाेनियाें की लिस्ट सरकार के पास भेज चुके हैं। इन काॅलाेनियाें में अधिकतर काॅलाेनी ऐसी हैं जाे 50% से ज्यादा डिवेलप हाे चुकी हैं। इन 22 से ज्यादा कॉलोनियों में करीब 50 हजार आबादी रहती है। काॅलाेनियाें में सुविधाओं काे लेकर आरडब्लूए या फिर काॅलाेनाइजर काे आवेदन करना हाेगा। आवेदन के लिए https://tcpharyana.gov.in/uac पर जाकर नाम, पता व माेबाइल नंबर भरकर रजिट्रेशन कर सकते हैं।
जानिए… काैन-काैन सी काॅलाेनियां हैं जिनमें सर्वे होगा, आवेदन करने में जुटी आरडब्लूए
रूप बसंत कॉलोनी, न्यू सत्य नगर, आरएस कॉलोनी बगला रोड, श्याम नगर, राम नगर, न्यू राजीव नगर, नेताजी कॉलोनी एक्सटेंशन, स्वागत कॉलोनी, न्यू महाबीर कॉलोनी, बीएचपी एक्सटेंशन कॉलोनी, मास्टर कॉलोनी, टॉवर एक्सटेंशन कॉलोनी, सैनिक कॉलोनी, आदर्श कॉलोनी, हनुमान एक्सटेंशन, देवी लाल एक्सटेंशन कॉलोनी का कुछ भाग, हनुमान कॉलोनी कैंट एरिया के सामने दो गलियां आदि, सैनिक विहार कॉलोनी, टीपीसी थ्री हिसार कैंट, न्यू आदर्श कॉलोनी हिसार कैंट, क्रांति नगर कॉलोनी, कैमरी रोड अमर विहार कॉलोनी के बीच का भाग। इनमें सर्वे का होगा शुरू।
15 सालाें से सुविधा नहीं- राजीव
बाबा हरसुखपुरी वेलफेयर साेसायटी के पदाधिकारी राजीव ने बताया कि उनकी काॅलाेनी वर्ष 2005 में बीएचबी बी व सी ब्लाॅक तैयार हुए थे। करीब 400 परिवार यहां रहते हैं। यहां पिछले 15 सालाें से बदतर हालत में जीने काे मजबूर हैं। हमने वेबवाइट पर आवेदन कर दिया है। उम्मीद है कि हमें सीवरेज, पानी, सड़काें की सुविधाएं मिल जाए। निगम ने 15 सालाें में सुविधा नहीं दी।
दाे गलियों में 30 साल से पानी नहीं
हनुमान काॅलाेनी में स्कूल संचालक अनिल शर्मा ने बताया कि उनकी काॅलाेनी 1990 में बसी थी। उनकी दाे गलियाें काे अनअप्रूव्ड में दिखा रखा है। पिछले 30 साल से ना यहां पानी है और ना ही सड़क व सीवरेज लाइन। लाेगाें का जीना दुभर हाे गया है। अगर सुविधाएं मिल जाएंगी ताे यहां रहने वाले लाेगाें काे सालाें बाद आराम मिल जाएगा। यहां लोग समस्याएं झेल रहे हैं।
दाे से तीन आरडब्लूए व काॅलाेनाइजर ने आवेदन किया है। जाे काॅलाेनी नियमाें अनुसार बनी हैं और डिवेलप हाे चुकी हैं वे मूलभूत सुविधाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन काॅलाेनियाें में किन-किन सुविधाओं की कमी है इसका डाटा तैयार किया जाएगा।