फिर विवादों में सॉफ्ट सिग्नल:तमीम के कैच को टीवी अंपायर ने रीप्ले के बाद नॉटआउट बताया; सूर्यकुमार के सॉफ्ट सिग्नल पर आउट को लेकर हुआ था विवादन्यूजीलैंड और बांग्लादेश के बीच क्राइस्टचर्च में दूसरा वनडे खेला गया। बांग्लादेश ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 6 विकेट पर 271 रन बनाए। इसके जवाब में न्यूजीलैंड ने 5 विकेट पर 275 रन बनाकर मैच जीत लिया। इस मैच में एक बार फिर से सॉफ्ट सिग्नल विवादों में आ गया।
बांग्लादेश की पारी के दौरान न्यूजीलैंड के काइल जेमीसन ने अपनी ही गेंद पर ओपनर तमीम इकबार का शानदार लो कैच लिया। इसे सॉफ्ट सिग्नल आउट दिया गया। मामला टीवी अंपायर के पास जाने के बाद उसने ऑन-फील्ड फैसले को ओवररूल करते हुए तमीम को नॉटआउट करार दिया।
जेमीसन ने फॉलोथ्रू में तमीम का एक बेहद लो कैच लिया
यह मामला बांग्लादेश की पारी के 15वें ओवर का है। उस वक्त तमीम 34 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्होंने फुल लेंथ की बॉल पर स्ट्रेट शॉट लगाया। 6 फीट 8 इंच के जेमीसन ने डाइव लगाकर फॉलोथ्रू में दोनों हाथ से बेहद लो कैच को पकड़ा। डाइव के कारण उनका शरीर जमीन पर घसीटा। जेमीसन कैच के बाद बेहद खुश दिखे। उनके मुतबिक उन्होंने एक कम्प्लीट कैच लिया था।ऑन-फील्ड अंपायर ने पवेलियन लौट रहे तमीम को रोका
हालांकि, ऑन-फील्ड अंपायर ने पवेलियन वापस लौट रहे तमीम को रोक लिया। उन्होंने इस मामले को टीवी अंपायर क्रिस गाफ्ने से डिस्कस करना चाहा। ऑन-फील्ड अंपयार्स ने सॉफ्ट सिग्नल के बारे में पूछे जाने पर इसे आउट बताया। रीप्ले में दिखा कि जेमीसन ने कैच तो ठीक पकड़ा था, पर इसके बाद फॉलोथ्रू में वे इस मोमेंटम को जारी नहीं रख सके।
जेमीसन के हाथ में गेंद का कुछ हिस्सा जमीन को छू रहा था
जब जेमीसन जमीन पर गिरे, तो उनके दाएं हाथ में मौजूद बॉल का कुछ हिस्सा पिच को छू रहा था। इसके बाद जेमीसन उठकर कैच को सेलिब्रेट करने लगे। टीवी अंपायर ने कैच को बार-बार देखने के बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि जमीन पर गिरते वक्त जेमीसन का बॉल पर पूरा कंट्रोल नहीं था और वे नॉटआउट थे।बॉल पर कंट्रोल के रूल पर थर्ड अंपायर ने नॉटआउट बताया
क्रिकेट के नियम सेक्शन 33.3 के मुताबिक, कैच को कम्प्लीट कहे जाने की पूरी प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया गेंद के फील्डर के कॉन्टैक्ट में आने से शुरू होती है और फील्डर के गेंद पर पूरी तरह से कंट्रोल पर खत्म होती है। इस पूरी तरह से कंट्रोल के रूल पर थर्ड अंपायर गाफ्ने ने जेमीसन के कैच को रद्द कर दिया।
जेमीसन ने थर्ड अंपायर के फैसले जताई नाराजगी
MCC के ई-लर्निंग वेबसाइट पर मौजूद नियम के मुताबिक, जब कोई खिलाड़ी डाइव लगाता है, तो उसे तब तक कम्प्लीट कंट्रोल नहीं कहेंगे, जब तक वे लैंड होकर पूरी तरह से रुक नहीं जाते। जब गाफ्ने ने अपना फैसला सुनाया, तो जेमीसन ने इस पर नाराजगी भी जताई। इसके बाद तमीम ने वनडे करियर की छठी फिफ्टी लगाते हुए 78 रन की पारी खेली।सूर्यकुमार को टी-20 सीरीज में सॉफ्ट सिग्नल पर आउट दिया गया
इससे पहले भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए टी-20 सीरीज में भी सॉफ्ट सिग्नल खूब चर्चा का विषय रहा था। चौथे टी-20 मैच में सूर्यकुमार यादव ने 57 रनों की बेहतरीन पारी खेली। हालांकि, उनकी पारी से ज्यादा चर्चा उनके आउट होने की रही। सैम करेन की गेंद पर डेविड मलान ने उनका कैच पकड़ा था।
थर्ड अंपायर ने कहा कि कैच का सबूत पर्याप्त नहीं
हालांकि, रिप्ले से लग रहा था कि कैच के वक्त गेंद संभवतः ग्राउंड से टच हो गई थी। फील्ड अंपायर ने आउट के सॉफ्ट सिग्नल के साथ डिसीजन को थर्ड अंपायर को रेफर किया था। थर्ड अंपायर वीरेंद्र शर्मा ने कई बार अलग-अलग एंगल से रिप्ले देखा। उनका मानना था कि कैच ड्रॉप होने का कनक्लूसिव एविडेंस (पर्याप्त सबूत) नहीं हैं। लिहाजा उन्होंने आउट का फैसला बरकरार रखा।क्या कहता है नियम?
थर्ड अंपायर को संदेहास्पद कैच के फैसले रेफर करने के मामले में ICC का नियम कहता है कि ग्राउंड अंपायर के सॉफ्ट सिग्नल को तभी पलटा जा सकता है जब रिप्ले से इसके लिए पर्याप्त सबूत मिले। यानी रिप्ले से साफ-साफ जाहिर हो कि ग्राउंड अंपायर को जो लग रहा है वह गलत है।
यानी अगर ग्राउंड अंपायर ने आउट का सॉफ्ट सिग्नल दिया है तो टीवी अंपायर तभी नॉटआउट दे सकते हैं जब रिप्ले से स्पष्ट हो जाए कि बल्लेबाज नॉटआउट ही है। सूर्यकुमार के मामले में यह स्पष्ट नहीं हो रहा था कि कैच ड्रॉप हुआ या नहीं।