कोरोना का खतरा बढ़ा:स्कूल, कॉलेज पहुंचा कोरोना; 22 दिन में 19 पाॅजिटिव यहीं से मिलेशहर में प्रिंसिपल, दाे छात्रों सहित 8 नए काेराेना संक्रमित मिले
जिले में रविवार को लिए 456 लोगों में से आठ लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया है यानी हर 57 लोगों में से एक मरीज संक्रमण की चपेट में है। वहीं 1 से 22 मार्च तक 19 विद्यार्थी व टीचर संक्रमित मिल चुके हैं। नए केस में एक निजी स्कूल की महिला प्रिंसिपल, सेक्टर-2 और किलोई गांव में एक-एक स्टूडेंट, पीजीआई चिकित्सक, सांपला में महिला, लाहली गांव में सरकारी कर्मचारी, किलोई दोपाना गांव में आंगनबाड़ी वर्कर व सुनारियां में एक कर्मचारी शामिल है। जिले में अब कोविड के 58 केस एक्टिव केस हैं। इनमें से 55 मरीज होम आइसोलेशन में और तीन मरीज पीजीआई सहित अन्य अस्पतालों में उपचाराधीन हैं।
अस्पतालों में उपचाराधीन आठ में से 5 कोविड मरीज को स्वस्थ पाए जाने पर डिस्चार्ज कर घर भेज दिया है। जिले में 24 घंटे के अंतराल में रिकवरी रेट बढ़कर 98.24 फीसदी और पॉजिटिविटी रेट घटकर 4.16 फीसदी पर पहुंच गया है। सोमवार को नोडल टीम ने 722 लोगों के सैंपल लिए। कुलसचिव डॉ. एचके अग्रवाल ने कहा कि सरकार से मांग की गई है कि पीजीआईएमएस को स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी सेंटर बनाया जाए और यहां पर पोस्ट कोविड रिसर्च सेंटर बनाया जाए। वहीं कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने कोविड मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़े अधिकारियों के साथ आपात मीटिंग की। एमएस डॉ. पुष्पा दहिया ने कहा कि कि बिना मास्क के कोई भी व्यक्ति चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी, एमरजेंसी, ट्रामा व वार्डों के अंदर दाखिल नहीं होगा।
मेगा वैक्सीनेशन ड्राइव- 11,542 ने लगवाया टीका…आज भी टीकाकरण
जिले में सोमवार को सभी सीएचसी, पीएचसी, सिविल अस्पताल, सेक्टर-3 पाॅली क्लीनिक, सामाजिक संस्थाओं में कैंप लगाकर मेगा वैक्सीनेशन ड्राइव चलाया गया। सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला के निर्देशन में आयोजित ड्राइव के जरिए 10 हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य लिया था लेकिन शाम होने तक जिले में 11,542 बुजुर्ग, बीमार व्यक्तियों और हेल्थ केयर वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन की डोज लगाई गई। पीजीआई की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पुष्पा दहिया ने बताया कि साेमवार काे संस्थान में 500 से ज्यादा लाेगाें काे वैक्सीन की डाेज लगाई गई। उन्होंने बताया कि पीजीआई में अभी तक 5250 लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। जिसमें से 4300 हेल्थ केयर वर्कर्स को वैक्सीन लग चुकी है।
जीन सिक्वेंसर मशीन से पता लगा सकेंगे कोरोना स्ट्रेन
कोरोना के बदल रहे स्ट्रेन का पता लगाने के लिए केंद्र सरकार को जीन सिक्वेंसर मशीन उपलब्ध कराने को डिमांड भेजी है। यह मशीन अभी तक दिल्ली, पुणे में उपलब्ध है। कोविशील्ड की दूसरी डोज लगवाने के लिए 6 से 8 सप्ताह तक का समय रखें।