वार्डबंदी:9 गांव शामिल होने के बाद नप का दायरा बढ़ा, अब 4000 की आबादी पर एक वार्ड की हदबंदी हाेगी25 की बजाय अब होंगे 31 वार्ड, हिसार की एजेंसी को दिया सर्वे का काम
शहर की नई सीमा के एक छोर से दूसरे छोर तक 4000 से 4500 लोगों की आबादी पर एक वार्ड की हदबंदी की जाएगी
नारनौल नगर परिषद की नई सीमा का फाइनल गजट नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अब शहर का दायरा बढ़ गया है। दायरा बढ़ने से शहर की जनसंख्या बढ़कर 1.25 लाख पहुंच गई है। ऐसे में अब नप अधिकारियों ने शहर की नए सिरे से वार्डबंदी करवाने का खाका तैयार करके इस काम को हिसार की एक कंपनी को टेंडर अलाॅट कर दिया है। नगर परिषद द्वारा तैयार किए गए खाके के अनुसार अब शहर में 31 वार्ड होंगे। प्रत्येक वार्ड में 4000 से 4500 लोगों की आबादी को शामिल किया जाएगा। नगर परिषद के अनुसार शहर की नई वार्डबंदी का कार्य इसी सप्ताह शुरू करवाया जाएगा। नगर परिषद नारनौल के इसी साल होने वाले आम चुनाव नई वार्डबंदी के अनुसार करवाए जाएंगे।
नगर परिषद के एक्सईएन अंकित वशिष्ठ तथा चेयरपर्सन भारती सैनी ने बातचीत में बताया कि वर्तमान में नगर परिषद के 25 वार्ड हैं। प्रत्येक वार्ड में 2500 से 3000 लोगों की आबादी को शामिल किया गया है। इस प्रकार वर्तमान में नारनौल शहर की आबादी करीब 75 हजार है। सीएम घोषणा के मुताबिक शहर के साथ लगते 9 गांवों को शामिल कर शहरी स्थानीय निकाय विभाग, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव एसएन राय ने 11 फरवरी को नगर परिषद नारनौल की नई सीमा का फाइनल गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। नई सीमा के गजट नोटिफिकेशन में गांव मीरपुर, नसीबपुर, नूनी अव्वल, सेखपुरा, पटीकरा, कोजिंदा, शाहपुर अव्वल, किरारोद अफगान तथा बेचिराग गांव बुचकपुर को नारनौल शहर में शामिल कर लिया गया है। ऐसे में अब नारनौल शहर का दायरा बढ़ गया है। शहर का दायरा बढ़ने से इसकी आबादी बढ़कर करीब 1.25 लाख हो गई है। शहरी स्थानीय निकाय विभाग, हरियाणा के नियमानुसार शहर में अब 31 वार्डों की हदबंदी की जाएगी। शहर की नई सीमा के एक छोर से दूसरे छोर तक 4000 से 4500 लोगों की आबादी पर एक वार्ड की हदबंदी की जाएगी।
शहर की तर्ज पर विकसित हाेंगे ये गांव
नई वार्डबंदी के लिए खाका तैयार कर नियमानुसार हिसार की जांगड़ा नामक कंपनी को ठेका दिया गया है। इस कंपनी से इसी सप्ताह नई वार्ड बंदी का कार्य शुरू करवाया जाएगा। नई वार्ड बंदी के बाद शहर में शामिल किए गए इन 9 गांवों के लोग इसी साल नगर परिषद के होने वाले आम चुनाव में शहर की सरकार चुनेंगे। इसके बाद इन गांवों में शहरों की तर्ज पर सीवर, बिजली, सड़क व सफाई व्यवस्था आदि सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। सफाई व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के लिए 400 लोगों की आबादी पर एक सफाई कर्मचारी की नियुक्ति की जाएगी।