ये छोरियां, छोरों से कोई कम है के:पुरुषों की क्रिकेट टीम में तीन लड़कियां, खेलने में उनसे भी बेहतरराेज चिश्ती गेंदबाजी, अशफिया चिश्ती आलराउंडर तो भूमि अपनी बल्लेबाजी से दिखा रही कमाल
ये छोरियां, छोरों से कोई कम है के… दंगल फिल्म का यह चर्चित डायलॉग सुना ही होगा। यह बांसवाड़ा की तीन बेटियों पर स्टीक बैठता है। रोज चिश्ती मीडियम प्रेशर गेंदबाजी, अशफिया चिश्ती बल्लेबाजी व ऑफ स्पिन गेंदबाजी के साथ आलराउंडर और भूमि कलाल बल्लेबाजी में कमाल कर रही है।
तीनों ही बेटियां लंबे समय से पुरुषों की टीम के साथ शहर की ए जेड एकेडमी में अभ्यास कर रही हैं। वहीं हाल ही में चल रहे कुशलबाग मैदान में लेदर बॉल की क्रिकेट प्रतियोगिता में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया। जहां एक मैच में अशफिया चिश्ती ने 32 रनों की पारी के साथ 3 विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच रही। ये तीनों ही लड़कियां मैच प्रैक्टिस करती हुई दिखाई देती हैं, चाहे मैदान हो या फिर घर। एकेडमी के कोच अजहर शेख ने बताया कि यहां महिलाओं की कोई टीम नहीं है, लेकिन लड़कियों को खेलने के लिए बहुत ज्यादा क्रेज है। जो लड़कों की टीम के साथ खेलने के लिए भी तैयार है।
- रोज चिश्ती(तारा)
रोज चिश्ती 10वीं कक्षा में है। वह 3 साल से क्रिकेट की ट्रेनिंग ले रही है। जो मीडियम प्रेशर गेंदबाजी के साथ ही बल्लेबाजी भी करती है। रोज ने बताया कि वह स्टेट ट्रायल के लिए जयपुर भी गई थी। जहां उनका ट्रायल भी हुआ लेकिन कोरोना वायरस के बाद प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ी। वह सुबह 5 बजे उठाकर ही प्रैक्टिस करती है। दोनों बहिनों को पिताजी फुरखान अहमद उन्हें ट्रेनिंग देते हैं। - अशफिया चिश्ती(सितारा)
रोज चिश्ती की बड़ी बहिन अशफिया चिश्ती भी क्रिकेट में अपना दमखम लगा रही है। अशफिया इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है। अशफिया बल्लेबाजी में शानदार प्रदर्शन के साथ ही ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी करती हैं। साथ एकेडमी की सीनियर पुरुष टीम की टीम में शामिल है। खास बात है कि अशफिया ने भी ट्रायल दिया था, जिसमें चैलेंजर ट्रॉफी की संभावित 45 में उसका सलेक्शन हुआ था। जहां 15 के लिए टीम चयन होना था, लेकिन कोविड-19 के चलते पूरी प्रक्रिया नहीं हो पाई। - भूमि कलाल
भूमि कलाल भी इन दोनों लड़कियों के साथ ही क्रिकेट कोचिंग शुरू की है। भूमि 8वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है। जो लेफ्ट बल्लेबाजी के साथ ही मीडियम प्रेशर गेंदबाजी भी करती है। ए-जेड जूनियर टीम की ओर से खेलती है। 2 साल से ज्यादा समय से भूमि ने क्रिकेट एकेडमी जोइन कर रखी है। साथ ही एकेडमी में छोड़ने के लिए भूमि के मां भी साथ आती है। घर में भी वह प्रैक्टिस के लिए पिच बना रखी है। जहां वक्त मिलते ही प्रैक्टिस शुरू कर देती है।