विधायक का विरोध:बाईपास रोड पर बनी दुकानों और मकानों को अवैध बताने का विरोध, कांग्रेेसी विधायक के बयान की निंदा की, पुतला फूंकने की चेतावनीप्रभावित लोग बोले, उनकी पुश्तैनी जमीन है, सबके पास रजिस्ट्रियां हैं फिर अवैध कैसे हो गईं
बाईपास से होकर गुजरने वाले दिल्ली-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे की घोषणा के बाद से ही बाईपास पर रहने वाले लोगों की चिंताएं बढ़ गयी है। बाईपास के किनारे बसें लोगों को अपने आशियाने टूटने का डर सताने लगा है। इसी को लेकर बाईपास बचाओ संघर्ष समिति के लोगों ने प्रेसवार्ता का आयोजन कर कांग्रेसी विधायक नीरज शर्मा पर निशाना साधा और कहा कि विधायक ने बगैर पूरे तथ्य को समझे विधानसभा में उनके मकान और दुकानों को अवैध बता दिया। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
संघर्ष समिति के पदाधिकारी वीरपाल गुर्जर, संदीप चंदीला, कैलाश मास्टर, संतराज, अमित तंवर आदि का कहना है कि उनके मकान 70 मीटर के दायरे से बाहर आते हैं। सरकार को उनकी ओर भी देखना चाहिए।उनका कहना है कि वह पिछले 30 से 40 वर्षों से अपने पैतृक जमीन के ऊपर बैठे हुए हैं। यदि सरकार ने इनके आशियाने तोड़ देती है तो इन लोगों के पास और कोई आसरा नहीं रहेगा। क्योंकि ना तो इनके पास इसके अलावा कोई रहने की जमीन है और ना ही व्यवसाय करने के लिए कोई रोजगार है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेसी विधायक ने विधानसभा में उनकी दुकानों और मकानों केा अवैध बताकर बदनाम करने की कोशिश की है। सभी की जमीन की रजिस्ट्री है। जो एक्सप्रेसवे यहां से गुजरेगा वह एचएसवीपी की जमीन से बाहर है। प्रेसवार्ता में शामिल बड़ौली, प्रहलादपुर और सीही गांव के लोगों ने विधायक से माफी मांगने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि विधायक ने ऐसा नहीं किया तो उनके खिलाफ पूरे शहर में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। प्रेसवार्ता में तीनों गांवों के दर्जनों लेाग मौजूद रहे।