तनातनी से परेशान:बूथ पर बस खड़े होने का टाइम टेबल नहीं, चालकों के विवाद में यात्री हो रहे परेशानरोहतक बस स्टैंड से बस संचालन में बढ़ रही तनातनी
बस स्टैंड के बूथ पर सरकारी और प्राइवेट बसों के खड़े होने का टाइम टेबल निर्धारित नहीं
रोडवेज बस स्टैंड से रोजाना नियमित तौर पर 184 सरकारी बसें, 175 सहकारी परिवहन समिति की बसें और 46 किमी स्कीम की बसों का संचालन किया जा रहा है। इन बसों में रोजाना औसतन 8 से 10 हजार यात्री प्रदेश के विभिन्न जिलों व दूसरे राज्य राजस्थान, यूपी, चंडीगढ़, पंजाब, उत्तराखंड के लिए सफर करने के लिए आ रहे हैं। वर्तमान में हालात यह हैं कि बस स्टैंड के बूथ पर सरकारी और प्राइवेट बसों के खड़े होने का टाइम टेबल निर्धारित नहीं है।
इसकी वजह से बूथ पर बस खड़ी करने के लिए चालकों में रोजाना विवाद की स्थिति बन रही है। समय पर बस न मिलने से यात्रियों काे एक से दो घंटे तक का समय बस स्टैंड पर इंतजार करते हुए बिताना पड़ रहा है। वजह यह है कि प्राइवेट बसों के परिचालक जब तक पूरी सवारियां नहीं बिठा लेते तब तक वो बूथ पर से बस नहीं हटाते। दूसरी बसों के इंतजार में यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ती है। भास्कर टीम ने बुधवार को बस स्टैंड के हालातों को जांचा और यात्रियों की परेशानियों को जाना।
टाइम दर्शाने वाली डिजिटल स्क्रीन बंद रहीं
डिपो प्रशासन की ओर से टाइम टेबल दर्शाने के लिए पूरे बस स्टैंड परिसर में डिजिटल स्क्रीन लगाई गई हैं। दोपहर में पड़ताल के दौरान हांसी, हिसार रूट पर जाने वाली बसों के बूथ और कलानौर, पिलानी, लोहारू रूट पर जाने वाली बसों के बूथ सहित चार अन्य बूथ पर डिजिटल स्क्रीन बंद मिली। ऐसे में इन रूटों पर जाने के लिए बस किस समय आएगी। इसकी सही जानकारी पाने के लिए यात्री भटकते रहे।
डिजिटल स्क्रीन पर टाइम टेबल दर्शाया जाता है, बूथ पर टीम निगरानी करती है
बसों के लिए अस्थायी टाइम टेबल बना हुआ है। बस स्टैंड परिसर पर डिजिटल स्क्रीन में फीड किया हुआ समय दर्शाया जाता है। इससे यात्रियों को बस का समय पता करने में सहूलियत रहती है। वहीं, बूथ पर प्रत्येक बस के खड़े होने का समय निर्धारित है। इसकी मॉनिटरिंग के लिए पांच टीमें तैनात की गई हैं। यदि फिर भी ठीक से निगरानी नहीं हो पा रही है तो इस बाबत टीम के सदस्यों से जवाब तलब किया जाएगा।