इंवेस्टमेंट में मदद के लिए टेक्नोलॉजी:चीन में निवेश सलाह के लिए पॉपुलर हो रही रोबो-एडवाइजरी सर्विस, एक साल में ही 10 लाख से ज्यादा निवेशक बने यूजरचीन में निवेश से संबंधित सलाह के लिए सॉफ्टवेयर आधारित रोब-एडवाइजरी सर्विस काफी पॉपुलर हो रही है। दिग्गज कारोबारी जैक मा की कंपनी एंट ग्रुप और अमेरिका के वैनगार्ड ग्रुप के जॉइंट वेंचर वाली रोबो-एडवाइजर सर्विस के साथ साल भर में दस लाख से ज्यादा यूजर जुड़ चुके हैं। इस रोबो-एडवाइजरी सर्विस का नाम है बैंगनीटोऊ, जिसका अर्थ ‘निवेश में आपकी मदद’ है।
पिछले साल अप्रैल में शुरू हुई इस सर्विस से जुड़ने के लिए कम से कम 800 युआन (लगभग 9 हजार रुपए) का निवेश आवश्यक है। बैंगनीटोऊ यूजर की जोखिम क्षमता और निवेश लक्ष्य के आधार पर 6000 म्यूचुअल फंड में से चुनकर पोर्टफोलियो बनाने की सलाह देती है। चीन में म्यूचुअल फंड का मार्केट 3.2 लाख करोड़ डॉलर है। इसको देखते हुए वैनगार्ड ग्रुप ने एंट ग्रुप के साथ हाथ मिलाया है।
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि जिस तरह से चीन में रोबो-एडवाइजरी को लेकर रुझान है, उसको देखते हुए अगले 5-6 वर्षों में यहां का रोबो-एडवाइजरी मार्केट 1 लाख करोड़ डॉलर से ऊपर जा सकता है। बैंगनीटोऊ का एसेट अंडर मैनेजमेंट इस साल 1 जनवरी से फरवरी के अंत तक 60% बढ़कर 6.9 अरब युआन (7.7 हजार करोड़ रुपए) के ऊपर पहुंच गया है।
क्या है रोबो-एडवाइजरी सर्विस?
रोबो-एडवाइजरी सर्विस निवेश सलाह के लिए डिजिटल प्लेटफार्म होता है। इसमें सॉफ्टवेयर और एल्गोरिदम के आधार पर निवेश की सलाह दी जाती है। अधिकांश रोबो एडवायजरी सर्विस फंड की हिस्ट्री, यूजर की जोखिम क्षमता आदि के आधार पर सलाह देते हैं।
भारत में क्या है रोबो-एडवायजरी सर्विस की स्थिति?
निवेश सलाहकार फर्म सैमको सिक्युरिटीज के हेड ओमकेश्वर सिंह का कहना है कि भारत में रोबो-एडवायजरी अभी शुरुआती चरण में है। वैसे भी देश में व्यवस्थित निवेशकों की संख्या कम है। जो हैं, उसमें से भी महज 10 या 15 फीसदी एडवायजरी सेवाओं पर भरोसा करते हैं। सिंह ने कहा कि अनुभवी निवेश सलाहकार की सलाह लेना ज्यादा अच्छा होता है।