6 एशियाई समेत 8 लोग मारे गए:अमेरिका में पिछले साल सबसे ज्यादा बढ़ी नस्लीय नफरत, 40 फीसदी हमले चीनी अमेरिकी लोगों परअमेरिका के अटलांटा इलाके में बुधवार को गोलीबारी की तीन घटनाओं में 6 कोरियाई मूल के लोगों सहित 8 की मौत हो गई। गोलीबारी की यह घटना चीनी और कोरियाई मूल के लोगों द्वारा चलाए जा रहे स्पा सेंटर पर हुई। इस घटना के बाद चीनी और कोरियाई मूल के लोगों में व्यापक डर का माहौल बना हुआ है। ट्रम्प द्वारा कोरोना के लिए चीन को दोषी बताने के बाद एशियन, चीनी और कोरियाई मूल के लोगों पर बढ़ते हमलों में यह सबसे बड़ा हमला है।
नफरत विरोधी ‘एंटी डिफेमेशन लीग’ नामक संस्था ने अमेरिका में तेजी से बढ़ते ह्वाईट सुपरमेसी प्रोपगेंडा (श्वेत वर्चस्ववादी प्रचार) को लेकर बुधवार को एक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में साल 2020 में रंगभेदी, नस्लभेदी, यहूदी विरोध और दूसरी नफरत की 5125 घटनाएं दर्ज हुईं। यह संख्या 2019 के 2724 घटनाओं के मुकाबले लगभग दोगुनी बढ़ी है। पिछले दशक में सबसे ज्यादा हेट क्राइम और ह्वाईट सुपरमेसी प्रोपगेंडा 2020 में ही बढ़ा हैं। संस्था ने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हेट ग्रुप में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है, जिसे ट्रैक करना भी बेहद मुश्किल है।
एशियन अमेरिकन एडवांसिंग जस्टिस के संस्थापक कोनी चुंग जोई कहते हैं, चीनी और एशियन मूल के लोगों पर हो रहे हमले पुलिस में दर्ज आकंड़ों से बहुत ज्यादा हैं। बड़ी संख्या में लोग हमले और उत्पीड़न की घटनाएं रिपोर्ट नहीं करते हैं क्योंकि पुलिस ऐसे मालमों में कुछ नहीं करती है। कोरोना बढ़ने के बाद एफबीआई ने इस बात की चेतावनी दी थी कि एशियाई मूल के लोगों पर हमले बढ़ेंगे। लेकिन नस्लीय हमले अब आशंका से कहीं ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं।
न्यूयॉर्क में पहली बार अकेले निकलने में मुझे डर लग रहा
न्यूयॉर्क के चाइना टाउन में स्पा शॉप चलाने वाली 47 साल की लूइसा यांग कहती हैं कि इस तरह का डर मैंने अपने जीवन में कभी नहीं देखा। पहली बार मैं न्यूयॉर्क जैसे शहर में अकेले बाहर निकलने में डर रही हूं। मुझे नहीं पता कि कौन कब मुझ पर हमला कर दे। अमेरिका में इस तरह के सबसे ज्यादा 40% हमले चीनी अमेरिकी लोगों ने दर्ज करवाए हैं। उसके बाद 15% कोरियन और 8% फिलिपिनो अमेरिकन हैं।
न्यूयॉर्क में चीनियों पर नस्लीय हमले 10 गुना से ज्यादा बढ़े
न्यूयॉर्क में मार्च से दिसंबर 2020 के बीच दक्षिण एशियाई लोगों पर तीन हजार से ज्यादा हमले हो चुके हैं। अकेले न्यूयॉर्क में ही 2019 की तुलना में 10 गुना हमले बढ़े हैं। इन हमलों के ज्यादातर शिकार चीन, ताइवान और थाईलैंड मूल के लोग हैं। न्यूयॉर्क सिटी के मेयर बिल डी ब्लासियो पहले ही कह चुके हैं कि ऐसे हमले अप्रवासियों पर अन्याय हैं। हमले रोकने के लिए वे प्रवासियों के नेता के साथ बैठक करेंगे।