सरकार के आदेश:जिले के 9 स्कूल में 25 से कम छात्र, 3 में कोई टीचर नहीं;
March 18, 2021
एसडीएम समालखा व सेक्टर-12 डीएवी स्कूल की टीचर सहित 25 नए संक्रमित
March 18, 2021

सरकार के आदेश:जिले के 9 स्कूल में 25 से कम छात्र, 3 में कोई टीचर नहीं;

सरकार के आदेश:जिले के 9 स्कूल में 25 से कम छात्र, 3 में कोई टीचर नहीं; शर्त पूरी कैसे हो25 से कम छात्र संख्या है तो प्राइमरी व मिडिल स्कूल 1 किमी दायरे में दूसरे में होंगे शिफ्ट
इनके 2 से 5 किमी के दायरे में कोई दूसरा स्कूल भी नहीं
जमीनी हकीकत यह है कि जिले के तीन स्कूल बिना शिक्षकों के चल रहे
हरियाणा सरकार के नए आदेश के तहत जिले में 25 से कम छात्र संख्या वाले पांच प्राथमिक व चार माध्यमिक स्कूलों को एक किमी के दायरे में मर्ज किए जाने के लिए चिह्नित किया गया है। जिला मौलिक शिक्षा कार्यालय ने उच्चाधिकारियों को चिह्नित स्कूलों में उपलब्ध छात्र और टीचर का ब्योरा व गांव के आसपास दूसरे स्कूल की दूरी की रिपोर्ट बनाकर भेज दी है। जमीनी हकीकत यह है कि जिले के तीन स्कूल बिना शिक्षकों के चल रहे हैं।

अभिभावक बच्चों को एक एक करके स्कूल से निकालते जा रहे हैं। जिससे लगातार सरकारी स्कूल से छात्र संख्या घटती जा रही है। अब सरकार के नए फैसले को लेकर मौलिक शिक्षा कार्यालय, टीचिंग स्टाफ और अभिभावकों में संशय की स्थिति बनी है। बीईईओ स्तर के अधिकारी बताते हैं कि जिले में जो नौ स्कूल चिह्नित किए गए हैं, इन गांवों के दो से पांच किमी के दायरे में दूसरा स्कूल नहीं है। ऐसे में सरकार के आदेश को पूरा कर पाना विभागीय अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।

6 साल पहले बंद हो गया था खेरड़ी मोड़ में स्कूल

मौलिक शिक्षा कार्यालय के अधिकारी बताते हैं कि खेरड़ी मोड़ पर स्थित राजकीय प्राथमिक पाठशाला विद्यार्थियों की संख्या 5 ही रह गई थी। इसकी वजह से करीब 6 वर्ष पहले स्कूल को बंद कर दिया गया था। सभी 5 बच्चों को खेरड़ी गांव के स्कूल में स्थानांतरित कर दिया गया था।

जिले के इन स्कूलों की स्थिति से जानिए कैसे स्कूल मर्ज के नए आदेश बन सकते हैं कड़वे सबक

राजकीय प्राथमिक स्कूल में मर्ज होगा बेटियों का स्कूल
कलानौर- कस्बे के गांव गुढ़ान में लगभग 31 वर्ष साल से संचालित राजकीय कन्या प्राथमिक स्कूल में एक से पांच तक में दो टीचर पदस्थ हैं और 14 विद्यार्थी ही नामांकित हैं।प्राइमरी हेड किरण ने बताया कि गांव में स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल में वर्ष 2019 में बेटियों के स्कूल को शिफ्ट कर दिया था। वर्तमान में इसी स्कूल में अब 77 व 14 विद्यार्थी संयुक्त रूप से पढ़ाई कर रहे हैं। ये स्कूल के एक किमी के दायरे में हैं। इसलिए संभव है कि इसी स्कूल में बेटियों के स्कूल को मर्ज कर दिया जाएगा।

पांच किमी के दायरे में दूसरा स्कूल नहीं, आदेश कैसे पूरे होंगे

महम के गंगानगर गांव में वर्ष 1970 से संचालित राजकीय प्राथमिक स्कूल में दो टीचर कार्यरत हैं और 14 छात्र नामांकित हैं। इस गांव के आसपास तीन से पांच किमी के दायरे में कोई दूसरा सरकारी स्कूल नहीं है। ऐसे में सरकार के सामने नए फैसले के अनुसार इस स्कूल को एक किमी के दायरे में दूसरे स्कूल में मर्ज करना बड़ी चुनौती बनेगा।

12 विद्यार्थियों पर भी टीचर नहीं, 5 किमी के दायरे में दूसरा स्कूल नहीं

भैणी सुरजन गांव में राजकीय माध्यमिक स्कूल के क्लास छह से आठ तक में 12 विद्यार्थी नामांकित है। लेकिन हैरत की बात यह है कि इन बच्चों को पढ़ाने के लिए एक भी टीचर नहीं है। सरकार की नई नीति के अनुसार एक किमी के दायरे में स्कूल को मर्ज करना है। लेकिन मौलिक खंड कार्यालय के अधिकारी पांच किमी के दायरे में स्कूल न होने का दावा कर रहे हैं।

पांच किमी दूर कैसे मर्ज करेंगे सरकारी स्कूल, बच्चों की बढ़ेंगी मुश्किलें

कंसरैंटी गांव में संचालित राजकीय माध्यमिक स्कूल में छह से आठ तक की क्लास में सात विद्यार्थी नामांकित हैं और एक टीचर पदस्थ है। 25 से कम छात्र संख्या होने की वजह से इस स्कूल को एक किमी के दायरे में मर्ज करने की सहमति बन चुकी है। ब्लॉक कार्यालय के स्टाफ का दावा है कि पांच किमी के दायरे में दूसरा कोई माध्यमिक स्कूल नहीं है जिसमें इस स्कूल को मर्ज किया जा सके। ऐसे में सरकार का नया फैसला इस पर लागू होना मुश्किल लगता है।

गांव जेठपुर में 6 से 8वीं की क्लास में 15 विद्यार्थी, पढ़ाने के लिए एक भी टीचर नहीं

गांव जेठपुर में चल रहे राजकीय माध्यमिक स्कूल में छह से आठ तक की क्लास में 15 विद्यार्थी नामांकित हैं। लेकिन इन्हें पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं है। ऐसे में सरकार के आदेश हैं कि 25 से कम छात्र संख्या वाले विद्यार्थियों को एक किमी के दायरे में आने वाले स्कूल में मर्ज किया जाए। लेकिन गांव के दो किमी के दायरे में दूसरा कोई भी सरकारी स्कूल नहीं है। ऐसे में विभागीय अधिकारियों को आदेश में अमल लाना चुनौती बनेगा।

गांव सिसरौली के चार किमी की सीमा में दूसरा सरकारी स्कूल नहीं, 18 विद्यार्थी है

सिसरौली गांव में संचालित राजकीय माध्यमिक स्कूल में कक्षा छह से आठ तक में 18 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं और इन्हें पढ़ाने के लिए एक ही शिक्षक है। स्कूल में विद्यार्थियों की 25 से कम संख्या होने पर सरकार के के अनुसार इस स्कूल को एक भी किमी के दायरे में मर्ज किया जाना है। लेकिन गांव के चार किमी के दायरे में दूसरा कोई सरकारी स्कूल न होने से विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए दूर जाने में परेशानी आएगी।

चिड़ी के स्कूल में एक से पांचवीं कक्षा तक हैं 10 विद्यार्थी, पढ़ाने के लिए नहीं है शिक्षक

गांव चिड़ी के राजकीय प्राथमिक स्कूल में एक से पांचवीं तक की क्लास में 10 विद्यार्थी नामांकित हैं। लेकिन इन्हें पढ़ाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है। ब्लाॅक स्तर के अधिकारी बताते हैं कि विभाग की ओर से शिक्षक की नियुक्ति न किए जाने की वजह से अभिभावकों ने एक एक करके बच्चों को स्कूल से हटा लिया। अब सरकार का आदेश मर्ज करने के लिए आया है तो एक किमी के दायरे में दूसरा स्कूल चिह्नित कराकर नियमानुसार मर्ज कराया जाएगा।

दो किमी के दायरे से बाहर स्कूल, मर्ज करना बनेगा चुनौती

समर खुर्द गांव में संचालित राजकीय प्राथमिक स्कूल में कक्षा एक से पांचवीं तक में 11 छात्र संख्या पर दो टीचर पदस्थ हैं। सरकार के निर्देशानुसार 25 से कम छात्र संख्या वाले स्कूलों में शामिल इस स्कूल को भी मर्ज किया जाएगा। लेकिन दूसरा स्कूल करीब दो किमी के दायरे से बाहर है। ऐसे में आदेश को अमल में लाना चुनौती रहेगा।

17 विद्यार्थी नामांकित, 25 की शर्त पूरी न करने पर मर्ज होगा

कंसरैंटी गांव में संचालित राजकीय प्राथमिक स्कूल में कक्षा एक से पांचवीं तक में 17 विद्यार्थी हैं। स्कूल में अध्यापन कार्य के लिए दो टीचर की नियुक्त हैं। ऐसे में स्कूल में 25 छात्र संख्या न होने से इस स्कूल को एक किमी के दायरे में मर्ज करने की तैयारी चल रही है। इस कारण विद्यार्थियों काे परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

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