राम सेतु:अक्षय कुमार की ‘राम सेतु’ का प्रोड्यूसर पार्टनर बना एमेजॉन प्राइम, डिस्ट्रीब्यूटर और एग्जीबिटर खुश और हैरानअक्षय कुमार की अगली फिल्म ‘राम सेतु’ भारी भरकम बजट से बन रही है। इसे प्रोड्यूस करने वालों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। इसे अक्षय कुमार की कंपनी के अलावा विक्रम मल्होत्रा और साउथ की लाइका प्रोडक्शंस प्रोड्यूस कर रही है। अब बुधवार को ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजॉन प्राइम वीडियो भी इसका प्रोड्युसर पार्टनर बन गया है। इससे डिस्ट्रीब्यूटर और एग्जीबिटर बिरादरी खुश और हैरान है।
फिल्म को हम दर्शकों और सब्सक्राइबर्स के पास पहुंचाएंगे: विजय सुब्रमण्यम
पूरे मामले पर अमेजॉन प्राइम वीडियो के कंटेंट हेड और डायरेक्टर विजय सुब्रमण्यम ने कहा, “हम अक्षय कुमार, लायका और विक्रम मल्होत्रा के साथ करार कर चुके हैं। इस ऐतिहासिक फिल्म को हम ज्यादा से ज्यादा दर्शकों और सब्सक्राइबर्स के पास पहुंचाएंगे।”
ये ऐतिहासिक कहानी दुनिया के सभी देशों तक पहुंचेगी: अक्षय कुमार
अक्षय कुमार के शब्दों में, “मुझे खुशी है कि अमेजॉन प्राइम वीडियो के माध्यम से यह ऐतिहासिक कहानी दुनिया के सभी देशों तक पहुंचेगी और पूरे विश्व के दर्शकों का दिल जीत लेगी।”
हम फिल्म ‘राम सेतु’ को भी कोलैबोरेट कर रहे हैं: विक्रम मल्होत्रा
विक्रम मल्होत्रा ने कहा, “हमने इससे पहले भी अमेजॉन प्राइम के साथ काम किया है। हमारी फिल्म ‘ब्रीद’ और ‘शकुंतला देवी’ तो पहले रिलीज हुई थी। आगे अक्षय कुमार की एक और टेंट पोल सीरीज ‘द एंड’ आने को है। इन सबके अलावा हम फिल्म ‘राम सेतु’ के लिए भी कोलैबोरेट कर रहे हैं। यह एक ऐसी कहानी है, जो फैक्ट, साइंस और हिस्टोरिकल लिगेसी से बनी हुई है।” अमेजॉन के भी अब सिनेमाघरों के निर्माण में उतरने को लेकर डिस्ट्रीब्यूटर बिरादरी खुश है। वो खुश और हैरान हैं, कि ओटीटी प्लेटफॉर्म ने यह कदम उठाया है। डिस्ट्रीब्यूटर अक्षय राठी के मुताबिक, “दरअसल फिल्मों के कुल रेवेन्यू में थिएटरों के कलेक्शन की हिस्सेदारी 65 फीसदी है। इस तरह इससे अमेजॉन प्राइम वीडियो को फायदा ही होगा।”
अमेजॉन प्राइम का समझदारी भरा कदम: ट्रेड एनालिस्ट
ट्रेड एनालिस्ट इसे अमेजॉन प्राइम का समझदारी भरा कदम मानते हैं। उनका कहना है, “एक तो फिल्म ‘राम सेतु’ बड़ी ऐतिहासिक फिल्म है। इसे बनाने वालों की बड़ी अच्छी ब्रांडिंग होगी। सरकार की भी गुड बुक्स में वो आएंगे। दूसरा इससे एक नई प्रथा का चलन आरंभ होगा, वह यह कि बनी बनाई फिल्मों के डिजिटल राइट्स खरीदने से बेहतर सौदा उसका को-पार्टनर बन जाना है। दरअसल डिजिटल राइट्स के लिए जो रकम ओटीटी को खर्चनी होती है, उससे महज 20 से 30 फीसदी ज्यादा रकम दे कंपनी फिल्म की को-पार्टनर बन जाएगी। इससे उनके पास डिजिटल के राइट्स तो होंगे ही, सिनेमाघरों से भी जो कलेक्शन आएगा उसे भी वह आपस में बंटेगा। साथ ही सिनेमाघर जाने वाली लॉयल ऑडिएंस में से भी एक हिस्सा ओटीटी कंपनी का सब्स्क्राइबर बनेगा। फिल्म ‘राम सेतु’ जैसे मामलों में एक बात है, वह ये कि यह 150 करोड़ रुपए से ऊपर के बजट की फिल्म है। ऐसे में एक प्रोड्यूसर इस बजट का खरचा उठाने में असमर्थ होता है। तभी कई कंपनी और लोग बोर्ड पर आते हैं और फिल्म को बनाते हैं।”