बांग्लादेश की पहली ट्रांसजेंडर एंकर का संघर्ष:29 साल की तश्नुवा ने कहा- मेरा यहां पहुंचना बताता है कि हमारा भी अस्तित्व हैतश्नुवा आनन शिशिर जब बांग्लादेश के रूढ़िवादी मुस्लिम परिवार में बड़ी हो रही थीं तब उनके व्यवहार को मजाकिया कहा जाता था। कई बार उन्हें दिमागी रूप से बीमार भी कहा गया। हाल ही में ढाका में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा- ‘इस व्यवहार से मेरे सामने एक सवाल था-मैं कौन हूं?
मैं पुरुष शरीर में पैदा हुई लेकिन मेरा दिल और दिमाग एक महिला के जैसा था। लेकिन आज यहां तक पहुंचकर मैंने साबित किया कि समाज में हमारा भी अस्तित्व है।’ 29 साल की तश्नुवा बांग्लादेश की पहली ट्रांसजेंडर एंकर हैं। यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने काफी जद्दोजहद की।
बुरी बातें सुनीं, बुरा व्यवहार भी सहा। उनके परिवार को भी काफी बुरा-भला कहा जाता था। लेकिन मार्च 2021 में महज तीन मिनट में उनकी जिंदगी बदल गई। उन्हें बांग्लादेश के प्राइवेट चैनल बोईशाखी टीवी ने नियुक्ति दे दी और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर वह पहली बार बतौर न्यूज एंकर दुनिया के सामने आईं। बांग्लादेश की ट्रांसजेंडर कम्युनिटी पर लिखने वाले ह्यूमन राइट्स वॉच के सीनियर रिसर्चर कायले नाइट कहते हैं, ‘इस समुदाय से एक बहुत दिखने वाली सार्वजनिक शख्सियत को सामने लाना एक महत्वपूर्ण संकेत है।’