एंटीलिया केस:CCTV फुटेज के जरिए सचिन वझे तक पहुंची NIA, स्कॉर्पियो पर अंबानी के काफिले की कार का नंबर मिलना रहस्य बना25 फरवरी को मुंबई के पेडर रोड पर एंटीलिया के पास कथित तौर पर विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो को प्लांट करने के आरोप में मुंबई पुलिस के API सचिन वझे को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अरेस्ट किया है। उनकी गिरफ्तारी के बाद इस केस में लगातार नए मोड़ आ रहे हैं। जांच में सामने आया है कि मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर से बरामद स्कॉर्पियो पर जो नंबर था, वह उनकी सिक्योरिटी फ्लीट में शामिल कार पर भी था। NIA स्कॉर्पियो पर फ्लीट की कार का नंबर डालने के पीछे के मकसद को तलाश कर रही है।
CCTV फुटेज की जांच के बाद NIA वझे तक पहुंची
स्कॉर्पियो को 25 फरवरी की रात 2 बजे के बाद घटनास्थल पर खड़ा कर दिया गया। जो लोग इसे वहां ले गए थे, वे इनोवा कार में बैठकर निकल गए। सचिन वझे की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एक इनोवा कार को सीज किया है। इस कार का नंबर MH 01 ZA * है। सूत्रों के मुताबिक, एक CCTV फुटेज की जांच के बाद सचिन वझे पर NIA को संदेह हुआ।
24 फरवरी की सुबह 11.46 बजे एक इनोवा कार क्रॉफर्ड मार्केट में स्थित पुलिस कमिश्नर (सीपी) ऑफिस से बाहर निकलते नजर आई थी। उस दौरान कार का नंबर MH10AZ…था। इसके बाद 13 मार्च को यह कार फिर एक बार कमिश्नर ऑफिस से निकलती हुई नजर आई। उस दौरान भी कार का नंबर MH10 A Z…था।
इनोवा कार के नंबर कई बार बदले गए
NIA को शक है कि कमिश्नर ऑफिस से निकलने के बाद 24 फरवरी को इनोवा को ठाणे ले जाया गया था। वहां उसकी नंबर प्लेट बदल दी गई। ठाणे से यह इनोवा 25 फरवरी को दोपहर 1:20 बजे मुलुंड टोल नाका पार कर मुंबई पहुंची। (उस समय गाड़ी का नंबर MH04AN ** था। यही इनोवा मुकेश अंबानी के घर के बाहर यानी 25 फरवरी को रात 2.18 मिनट पर देखी गई थी।
इसी कार में बैठकर स्कॉर्पियो का ड्राइवर गायब हो गया था। इसके बाद रात 3:05 बजे इनोवा मुलुंड टोल नाका पार करती दिखी। उस समय इसका नंबर MH04AN * ही था। फिर यह मुलुंड टोल नाका होते हुए शाम लगभग 4:03 बजे मुंबई पहुंची। उस समय गाड़ी पर असली नंबर प्लेट यानी MH10AZ * थी।
प्लास्टिक के एक स्टिकर ने की नंबर प्लेट बदलने की पुष्टि
NIA सूत्रों के अनुसार, इनोवा कार MH04AN * नंबर के साथ पहली बार मुंबई पहुंची थी। उस समय के CCTV फुटेज में कार के पिछले हिस्से में नंबर प्लेट के नीचे एक प्लास्टिक का स्टिकर नजर आ रहा था। इसे डेंट मार्क छिपाने के लिए चिपका दिया गया था। इनोवा का नंबर MH10AZ * था। दूसरी बार मुंबई आई, तो उसके पीछे भी नंबर प्लेट के नीचे एक प्लास्टिक का स्टिकर देखा गया था।
इसी के आधार पर माना जा रहा है कि सचिन वझे जिस इनोवा का इस्तेमाल कर रहे थे, यह वही इनोवा है जो स्कॉर्पियो के पीछे 2 बार नजर आई थी। हालांकि, इनोवा को लेकर NIA की ओर से आधिकारिक बयान अभी नहीं आया है।
नंबर प्लेट बनवाने वाले तक पहुंची NIA की टीम
यह भी जानकारी सामने आ रही है कि स्कॉर्पियो के अंदर से बरामद हुई कई फर्जी नंबर प्लेट को बनाने वाले शख्स तक NIA की टीम पहुंच गई है। सूत्रों के मुताबिक, यह नंबर प्लेट ठाणे में एक दुकान से बनवाई गई थी। NIA की टीम ने दुकान के मालिक से पूछताछ की है और नंबर प्लेट बनवाने के लिए पहुंचे शख्स की पहचान बताई है। बरामद नंबर प्लेट में कुछ को छोड़कर सभी फर्जी थीं।