सीएम घेराव के प्रयास का मामला: विधानसभा में हरियाणा-पंजाब के बीच लक्ष्मण रेखा खींचने की तैयारी,

सीएम के घेराव के प्रयास का मामला:विधानसभा में हरियाणा-पंजाब के बीच लक्ष्मण रेखा खींचने की तैयारी, सात समान रास्तों के लिए बनाई जाएगी एसओपीअकाली विधायकों का हरियाणा विस परिसर में घुसने पर बड़ा फैसला
विधानसभा परिसर में पंजाब के विधायकों द्वारा सीएम मनोहर लाल के घेराव की कोशिश का मामला और पेचीदा हो गया है। इस मामले में चंडीगढ़ के सेक्टर-3 थाने तक शिकायत भी हो चुकी है। वहीं, हरियाणा विस स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने पंजाब व हरियाणा विस परिसर को लेकर एसओपी तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए हरियाणा-पंजाब दोनों विधानसभा के अधिकारी बैठक करेंगे।

इसमें निर्णय होगा कि दोनों प्रदेशों के कर्मचारी, अधिकारी, विधायक व मंत्री एक-दूसरे के क्षेत्र में न जाएं, क्योंकि दोनों प्रदेशों के 7 एंट्री पाॅइंट्स हैं, जिनसे एक-दूसरे के विधानसभा परिसर में आसानी से प्रवेश किया जा सकता है। इसलिए लक्ष्मण रेखा रूपी मेकेनिज्म बनाने पर विचार चल रहा है, जिससे दोनों प्रदेशों के लोग एक-दूसरे के इलाकों में दखल नहीं दे पाएंगे।

सूत्रों का कहना है कि जल्द ही परिसर के अंदर मार्किंग की जा सकती है। दोनों सदनांे के आने-जाने के 7 रास्तों में से तय होगा कि किस विस में दोनों प्रदेशों के नेता या अन्य व्यक्ति अंदर जाएंगे व बाहर आएंगे। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री का घेराव उचित नहीं था। सुरक्षा को लेकर भी जिम्मेदारी तय करने को कहा है। एक-दूसरे के विधानसभा परिसरों में प्रवेश के रास्तों को लेकर मार्किंग की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई घटना न हो।

विधानसभा स्पीकर गुप्ता ने उच्चाधिकारियों से 5 दिन में मांगी रिपोर्ट

स्पीकर ने चंडीगढ़ के ड्यूटी मजिस्ट्रेट, सीआईडी व पंजाब से रिपोर्ट तलब की है। वे हरियाणा गृह विभाग के एसीएस राजीव अरोड़ा, प्रधान सचिव अरुण गुप्ता, डीजीपी मनोज यादव समेत अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं।

अफसरों पर गिर सकती है गाज

सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। उच्चस्तरीय जांच शुरू हो चुकी है। यह जांच दोनों प्रदेशों और यूटी चंडीगढ़ के अधिकारियों की संयुक्त कमेटी कर रही है। कमेटी पांच दिनों मंे रिपोर्ट सौंपेगी। यह मामला 15 मार्च को विस में गूंजेगा, क्योंकि यह सुरक्षा का मामला है। इसमें चूक बड़ी बात मानी जा रही है।

आज नगर निगम कर्मियों के लिए आएगा विधेयक

सरकार की ओर से सदन में हरियाणा योग आयोग विधेयक-2021 भी पेश किया जाएगा। हालांकि, सरकार इस आयोग का गठन पहले कर चुकी है। हरियाणा इंटरप्राइजेज प्रमोशन एक्ट में संशोधन, हरियाण पंचायती राज (संशोधन) विधेयक को पुन:स्थापित करने की अनुमति के लिए प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। सरकार नगर निगम विधेयक में बदलाव करेगी, क्योंकि प्रदेश में पहले फरीदाबाद ही एकमात्र नगर निगम था। नए विधेयक के जरिए राज्य के सभी नगर निगमों के कर्मचारियों के लिए समान कानून बनाया जाएगा।

यह था मामला

विधानसभा परिसर में 10 मार्च को मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पंजाब के विधायकों ने घेराव के प्रयास किया था। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने इस घटनाक्रम पर कड़ी आपत्ति जताते हुए तुरंत पंजाब के विधानसभा अध्यक्ष राणा केपी सिंह से बात की थी। गुप्ता ने पंजाब से इस मामले में कड़ा संज्ञान लेने का भी आग्रह किया था।

आज सदन में गूंजेंगे ये मुद्दे

बजट सत्र में कृषि के अलावा सबसे ज्यादा गूंज बेरोजगारी की रही है। इसको लेकर कई विधायकों ने सवाल लगाए हैं। रेवाड़ी से कांग्रेस विधायक चिरंजीवी राव युवाओं को रोजगार दिलाने का मुद्दा उठाएंगे। बाढ़ड़ा से जजपा विधायक नैना चौटाला सरकार से स्वयं सहायता समूहों और इनमें काम करने वाली महिलाओं की स्थिति के बारे में पूछेंगी। वहीं, महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू भी बेरोजगारी पर घेरेंगे। टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र बबली टोहाना व जाखल निकायों में स्टाफ की कमी पर मंत्री विज से जवाब मागेंगे।

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