बंगाल की सियासत में किसान आंदोलन:भाजपा के पीछे-पीछे बंगाल पहुंचे किसान संगठन, आज सिंगूर और आसनसोल में महापंचायत करेंगेभाजपा के पीछे-पीछे किसान आंदोलन पश्चिम बंगाल चुनाव में भी पहुंच गया है। इसी के मद्देनजर रविवार को सिंगूर और आसनसोल में भी किसानों ने महापंचायत रखी गई है। किसान नेता राकेश टिकैत इसमें शामिल होंगे। इससे पहले शनिवार को भवानीपोरा और नंदीग्राम में किसान महापंचायत हुई। टिकैत के अलावा योगेंद्र यादव और बलवीर राजेवाला सहित कई किसान नेता इन महापंचायतों में शामिल हुए थे।
भाजपा को वोट मत दीजिए : टिकैत
भवानीपोरा की महापंचायत में टिकैत ने कहा था कि आप किसी भी पार्टी को वोट दे दीजिए लेकिन भाजपा को वोट मत दीजिए। पूरी सरकार दिल्ली छोड़कर बंगाल में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त है। इसीलिए हमारे सारे नेता भी यहां पहुंच गए हैं। सरकार किसानों से बात नहीं कर रही। हम आंदोलन 8 महीने और चलाने के लिए तैयार हैं। जब तक कृषि कानून वापस नहीं होते हम आंदोलन जारी रखेंगे।
हमारा मकसद भाजपा को सबक सिखाना : योगेंद्र
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि हम किसी पार्टी का समर्थन नहीं कर रहे हैं और न ही लोगों से किसी खास पार्टी को वोट देने के लिए कह रहे हैं। हमारा मकसद है कि भाजपा को सबक सिखाया जाए। सरकार के कानों तक हमारी बात पहुंचाने के लिए जरूरी है कि आगामी चुनाव में उसको नुकसान पहुंचाया जाए। रविवार को सिंगूर और आसनसोल में भी किसानों ने महापंचायत रखी है।
तमिलनाडु: डीएमके का घोषणा पत्र, 75% नौकरियां स्थानीय लोगों को
तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी डीएमके ने शनिवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा पत्र में 75 फीसदी नौकरियां राज्य के ही लोगों को देने का वादा किया गया है। साथ ही, छात्रों को डेटा कार्ड के साथ फ्री कम्प्यूटर टेबलेट देने की भी बात है। एक लाख लोगों को बड़े हिंदू मंदिरों के दर्शन के लिए 25 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। पेट्रोल डीजल की कीमतों में कमी के साथ ही नीट पर प्रतिबंध लगाने का भी वादा किया गया है। अन्नाद्रमुक के गोल्ड लोन माफी से दबाव में आई डीएमके ने अब स्थानीयता का दांव खेला है। पार्टी घरेलू महिलाओं को 1000 रु. की बात कह चुकी है।
असम: भाजपा से इस्तीफा देने वाले विधायक शिलादित्य वापस आए
असम विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज होकर भारतीय जनता पार्टी छाेड़ने वाले विधायक शिलादित्य देव काे पार्टी नेताओं ने मना लिया है। हालांकि अभी दूसरे नाराज विधायक दिलीप कुमार पाॅल निर्दलीय चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर अड़े हैं। हजाेई सीट से भाजपा विधायक शिलादित्य देव से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सैकिया और असम के मंत्री हिमंत बिश्वशर्मा से मुलाकात की। इसके बाद देव ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया।देव और पाॅल उन 12 विधायकाें में शामिल हैं, जिन्हें पार्टी ने नए चेहराें काे माैका देने के लिए इस बार टिकट नहीं दिया है।
चोटिल ममता 15 मार्च से फिर शुरू करेंगी जनसभाएं
सूत्रों के मुताबिक ममता 15 मार्च से जनसभा की शुरुआत करेंगी। वे 15 मार्च को पुरुलिया, 16 मार्च को बांकुड़ा और 17 मार्च को झारग्राम में रैली करेंगी। गृह मंत्री अमित शाह रविवार से दो दिवसीय चुनावी दौरे पर असम और पश्चिम बंगाल जाएंगे।
कांग्रेस ने तीन चरण के असम विधानसभा चुनावों के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है। बंगाल की तरह, सूची में राज्यसभा के पूर्व सदस्य गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, सांसद मनीष तिवारी और आनंद शर्मा के नाम शामिल नहीं हैं।