गोल्ड तस्करी को लेकर गृहमंत्री अमित शाह मुझसे सवाल पूछ रहे हैं, जबकि जिस एयरपोर्ट से तस्करी हुई वह केंद्र सरकार के तहत आता हैभाजपा का स्वागत है, वे जितना चाहे शोर मचा लें, लेकिन केरल की जनता उन्हें हमेशा की तरह रिजेक्ट कर देगी
डीप फिशिंग डील में एमओयू प्राइवेट फर्म और पीएसयू के बीच साइन हुआ था, हमने उसे रद्द कर दिया है
केरल में चुनावी सरगर्मियां बहुत तेज हो चुकी हैं। मौजूदा सरकार वाला लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट, यानी LDF सभी सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित कर चुका है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को यहां के लोग ‘केरल का मोदी’ कहते हैं। राह चलते लोग कहते हैं कि मोदी और विजयन के बीच बस लुंगी का फर्क है। विजयन ही यहां दोबारा LDF का चेहरा हैं। इस बार वह पार्टी के भीतर टू टर्म नॉर्म लेकर आए हैं। यानी जो दो बार विधायक रह चुका है, वह चुनाव से बाहर। इसका यहां काफी विरोध भी हो रहा है।
इस सबके बीच विजयन अपनी विधानसभा सीट धर्मादम और अन्य इलाकों में जमकर प्रचार कर रहे हैं। इसी बिजी शेड्यूल के बीच उन्होंने भास्कर से बातचीत की और उन सवालों के जवाब दिए, जिन्हें केरल के बाहर भी लोग जानना चाहते हैं। उनसे बातचीत के प्रमुख अंश..
कुछ ओपिनियन पोल्स के मुताबिक केरल में आपकी फिर सरकार बन रही है। वापसी को लेकर आप कितने आश्वस्त हैं, क्या तैयारी कर रहे हैं?
हम अपनी जीत को लेकर बहुत ज्यादा आश्वस्त हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि हम वादों पर खरे उतरे हैं और बहुत ज्यादा डिलीवर किया है। LDF के सभी दलों के बीच सीट शेयरिंग फाइनल हो चुकी है और उम्मीदवार भी घोषित हो चुके हैं। सच तो यह है कि राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर हमारी शुरुआती दौर की कैंपेनिंग भी पूरी हो चुकी है।राहुल गांधी केरल आकर आपकी पार्टी को भ्रष्टाचारी कह रहे हैं और अन्य राज्यों में आपकी पार्टी कांग्रेस साथ चुनाव लड़ रही है। राजनीति की ये कौन सी विचारधारा हुई?
केरल में वे हमारे प्रमुख विरोधी हैं। बाकी राज्यों में जो भी हो, लेकिन यहां अन्य राज्यों जैसी स्थिति बिल्कुल भी नहीं है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने तिरुवनंतपुरम की रैली में गोल्ड स्कैम पर आपसे 6 सवाल पूछे थे। आपने उन्हें जवाब दिया या देने वाले हैं?
उनकी रैली के अगले ही दिन मैं उनके सभी सवालों के जवाब दे चुका हूं। इसके साथ ही मैंने भी उनसे कुछ सवाल पूछे थे। मुझे लगता है कि उन्हें देश का गृहमंत्री होने के नाते मेरे भी सवालाें का जवाब देना चाहिए। खास तौर पर जिस एयरपोर्ट के जरिए गोल्ड की तस्करी की गई, वो पूरी तरह से केंद्र सरकार के नियंत्रण में आता है। यही नहीं, केंद्र की NDA सरकार में पूरे देश में तस्करी बढ़ी है।
आप कह रहे कि गोल्ड स्कैम के बारे में आपको जानकारी नहीं है, पर आपके सचिव इसमें शामिल पाए गए। आप इसके बारे में पब्लिक फोरम पर कोई जवाब क्यों नहीं दे रहे?
नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। मैं नियमित तौर पर प्रेस से मिल रहा हूं। इन सब चीजों को लेकर जो भी सवाल आए हैं, मैंने सभी का जवाब दिया है।
कांग्रेस और भाजपा डीप सी शिपिंग डील का मुद्दा चुनाव में बहुत जोर-शोर से उठा रही हैं। आखिर इस डील में हुआ क्या? और फिर सरकार ने अचानक डील रद्द क्यों कर दी?
सबसे पहले तो आप ये समझ लें कि इस तरह की कोई डील हुई ही नहीं है। हां एक एमओयू एक प्राइवेट फर्म और पीएसयू के बीच साइन किया गया था। लेकिन यह किसी उच्च व्यक्ति के जानकारी में लाए बिना किया गया था। इसलिए इसका समाप्त होना बहुत स्वाभाविक था। जैसे ही इस पर हमारा ध्यान गया, हमने इसे रद्द कर दिया।
आपको लोग क्राइसिस मैनेजर भी कहते हैं। इस चुनाव में पार्टी के लिए आपका मैनेजमेंट क्या है? टू टर्म नॉर्म को लेकर पार्टी के अंदर विरोध की खबरें आ रही हैं।
हम यूनाइटेड होकर जनता के बीच में जा रहे हैं। साथ में उन सभी कामों की पुख्ता जानकारी भी लेकर जा रहे हैं, जो हमने पिछले 5 सालों में किए हैं। हम अपने ऐतिहासिक डेवलपमेंट के कामों और लोगों की भलाई के लिए लगातार उठाए कदमों के नाम पर जनता से वोट मांग रहे हैं। ताकि राज्य नई ऊंचाईयों को छू सके और नावा केरलम (मलयालम शब्द- नया केरल बन सके) मिशन पूरा हो सके।
भाजपा राज्य में लव जिहाद और सबरीमाला का मुद्दा जोर-शोर से उठा रही है। इससे उसे कितना फायदा और आपकी पार्टी को कितना नुकसान हो सकता है?
भाजपा का स्वागत है, वे जितना शोर करना चाहते हैं कर लें, लेकिन आखिरकार केरल की जनता उन्हें हमेशा की तरह यहां रिजेक्ट कर देगी।आप सरकार की कौन-सी तीन बड़ी उपलब्धियों और तीन बड़े वादों के नाम पर वोट मांग रहे हैं? या जिनके नाम पर पार्टी नेता प्रचार कर रहे हैं।
चुनाव मुद्दों के आधार पर लड़े जाते हैं, न कि किसी व्यक्ति के नाम पर। हमारी उपलब्धियों को मुख्यतौर पर तीन कैटेगरी में रखा जा सकता है। उनमें से पहला डेवलमेंट है। हमारा लक्ष्य अगले 5 सालों में 50 हजार करोड़ रुपए के इंफ्रा प्रोजेक्ट्स को पूरा करने का है। हम 63,200 करोड़ रुपए का काम पहले ही पूरा कर चुके हैं।
दूसरा है वेलफेयर। हमने बुजुर्गों और महिलाओं को मिलने वाली 600 रुपए की पेंशन को बढ़ाकर हर महीने 1600 रुपए किया है। साथ ही हमने इस कोविड महामारी में ये सुनिश्चित किया है कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे।
तीसरा है जिंदगियां बचाना। जैसा कि आपको मालूम होगा कि केरल ने लगातार एक के बाद एक आपदाओं का सामना किया है। इनसे लोगों को बचाने और उनकी सुरक्षा करने के लिए हमने कोई कसर नहीं छोड़ी है। कोविड के दौर में भी ये काम जारी रहा।
इसके साथ ही कई और अहम प्रोग्राम जैसे लाइफ, आरदराम आदि भी चल रहे हैं, लेकिन मैं अब उनकी डिटेल्स में नहीं जाना चाहता हूं। जहां तक रही बात नए वादों की तो वे 2016 जैसे ही हैं। इस बार हमारा वादा- भ्रष्टाचार मुक्त, सेक्युलर और डेवलप केरल का है।