वैक्सीनेशन सेंटर तक ले जाएगा गूगल:मैप्स की मदद से वैक्सीनेशन सेंटर ढूंढने में आसानी होगी
March 13, 2021
NTA ने जारी की एग्जाम की तारीख 1 अगस्त को 11 भाषाओं में ऑफलाइन मोड में होगी परीक्षा
March 13, 2021

फीचर आर्टिकल:होम लोन की EMIs का बोझ कम करने के लिए पाँच बेहतरीन सुझाव

फीचर आर्टिकल:होम लोन की EMIs का बोझ कम करने के लिए पाँच बेहतरीन सुझावहोम लोन दरअसल अपने सपनों का घर खरीदने के लिए सबसे पसंदीदा समाधान है। तुलनात्मक रूप से कम ब्याज दर, लंबी अवधि में लोन चुकाने की सुविधा और आकर्षक ऑफ़र की वजह से यह रियल एस्टेट प्रॉपर्टी की फाइनैंसिंग का सबसे लोकप्रिय साधन बन चुका है।

लेकिन, जहां तक होम लोन के पुनर्भुगतान की बात है, तो आपको हर महीने में चुकाए जाने वाली किस्त के बारे में पहले ही सोच-विचार कर लेना चाहिए। अगर आपने लोन चुकाने की योजना नहीं बनाई है, तो होम लोन की किस्त (समान मासिक किस्त या EMIs) के भुगतान से आपके मासिक बजट पर अनावश्यक बोझ पड़ सकता है, साथ ही आपके लोन की कुल लागत भी बढ़ सकती है।

अगर आप घर खरीदने के लिए होम लोन लेने का मन बना चुके हैं या आपने पहले से ही होम लोन ले रखा है, तो EMIs के बोझ को कम करने के लिए नीचे दिए गए इन आसान सुझावों पर गौर करें।

अधिकतम डाउन-पेमेंट करने का प्रयास करें

लगभग सभी वित्तीय संस्थान, होम लोन के रूप में आपको किसी भी प्रॉपर्टी के मौजूदा बाजार मूल्य के 70% -75% तक की फाइनैंसिंग की सुविधा प्रदान करते हैं, जबकि शेष राशि का भुगतान ग्राहकों को डाउन-पेमेंट के रूप में करना पड़ता है। लोन देने वाली कंपनी आपको लोन के रूप में जितनी राशि उपलब्ध कराती है, उसे लोन-टु-वैल्यू (LTV) रेश्यो कहा जाता है।

व्यावहारिक नियम यही कहता है कि डाउन-पेमेंट जितना अधिक होगा लोन का मूलधन उतना ही कम होगा, जिससे ग्राहकों को हर महीने EMI के रूप में कम पैसे चुकाने पड़ेंगे। इसके अलावा, अगर आप कम LTV के साथ लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो आपको तुरंत होम लोन मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं, क्योंकि इस तरह ग्राहक की ओर से डिफ़ॉल्ट का जोखिम काफी कम हो जाता है।

लोन देने वाली कंपनी की शर्तों पर बातचीत करें

लोन देने वाली कंपनियां जिम्मेदार ग्राहकों का सम्मान करती हैं। इसलिए, अगर आपने पिछले लोन का समय पर भुगतान किया है, तथा आपका CIBIL स्कोर 750 या उससे अधिक (800 के करीब ज्यादा अच्छा होगा) है, तो आपको कम ब्याज़ दरों के साथ बेहतर डील मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

ऐसा नहीं होने पर, आप लोन देने वाली कंपनी के साथ सेवा की शर्तों पर बातचीत कर सकते हैं। इसके लिए कंपनी के संबंधित कर्मचारियों के साथ अच्छे संबंध बरकरार रखना बेहद जरूरी है। इसके अलावा, कंपनी की ओर से मौजूदा ग्राहकों को दिए जाने वाले खास ऑफ़र पर भी नज़र रखें।

आंशिक तौर पर प्री-पेमेंट के साथ लंबी समयावधि की योजना बनाएँ

आमतौर पर लंबी समयावधि चुनने पर आपके मासिक EMI की राशि कम हो जाती है, लेकिन इस तरह आपको ब्याज के रूप में अधिक भुगतान करना पड़ता है। लंबी समयावधि के लिए लोन लेने से पहले अपनी आगामी देनदारियों का खाका तैयार करें और उसी के अनुरूप प्री-पेमेंट की योजना बनाएँ।

अपनी आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हर 3-4 साल में आंशिक तौर पर प्री-पेमेंट की योजना बनाएँ और लोन की समयावधि का फिर से निर्धारण करें। इस तरह, शुरुआती दिनों में आपको EMI के रूप में कम भुगतान करना होगा, और बाद में आप अपने अतिरिक्त आमदनी के आधार पर इस मासिक खर्च को एडजस्ट कर सकते हैं। होम लोन EMI कैलकुलेटर की मदद से आप लोन चुकाने की योजना बना सकते हैं, जिससे आपको हर महीने अपनी जेब पर पड़ने वाले बोझ को कम करने में मदद मिलेगी।

लोन में भागीदार के साथ EMI का बोझ साझा करें

अगर मासिक भुगतान से आपकी जेब पर बोझ पड़ने की संभावना हो, तो जॉइन्ट होम लोन के लिए आवेदन पर विचार करें।

अगर लोन लेने वालों ने प्रॉपर्टी को साथ मिलकर खरीदा है, तो होम लोन की पात्रता निर्धारित करते समय दोनों आवेदकों की आमदनी पर विचार किया जाता है। इसके अलावा, कुछ राज्यों में सह-आवेदक यदि महिला हो स्टांप ड्यूटी में छूट का फायदा उठा सकते हैं, जो IT अधिनियम के तहत कर में छूट के लिए पात्र हैं। साथ ही, लोन देने वाली कुछ कंपनियां महिला सह-आवेदकों को रियायती ब्याज दरों प्रस्ताव भी दे सकती हैं।

देश की बड़ी-बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां (HFCs) कस्टमाइज्ड प्री-अप्रूव्ड ऑफ़र के जरिए लोन की आवेदन प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का प्रयास करती हैं, क्योंकि ऐसे ऑफ़र की मंजूरी के लिए बेहद कम दस्तावेजों की जरूरत होती है। होम लोन तथा प्रॉपर्टी पर लिए जाने वाले लोन के लिए इस तरह के ऑफ़र का लाभ उठाया जा सकता है। आप अपना नाम तथा संपर्क विवरण जैसी आवश्यक जानकारी दर्ज करके अपने प्री-अप्रूव्ड ऑफ़र की जांच कर सकते हैं।

लोन देने वाली कंपनी को बदलने पर विचार करें

अगर आपको ऐसा लगे कि किसी वित्तीय संस्थान की मौजूदा ब्याज दर काफी अधिक है, तो आप होम लोन बैलेंस ट्रांसफर पर विचार कर सकते हैं। इन दिनों ब्याज दरें अपने न्यूनतम स्तर पर हैं, इसलिए बेहतर ब्याज दरों का प्रस्ताव देने वाली कंपनी को होम लोन बैलेंस ट्रांसफर करके आप पूरी समयावधि में एक बड़ी राशि की बचत कर सकते हैं।

होम लोन की शुरुआत में ही इसकी रिफाइनैंसिंग कराना बेहद फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि उस दौरान EMI में ब्याज का हिस्सा मूलधन के हिस्से से ज्यादा होता है।

हालांकि, ऐसा करने से पहले ब्याज दरों की अच्छी तरह से तुलना करें, और पता लगाएं कि दोनों के बीच के अंतर का आपके मासिक EMI भुगतान पर कितना असर होता है। लोन लेने से पहले EMI की गणना करना आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।

ज्यादा बचत के लिए एक अतिरिक्त सुझाव: नई कर-प्रणाली के तहत IT में छूट का दावा करें

वर्ष 2021 के केंद्रीय बजट में माननीय वित्त-मंत्री ने आयकर अधिनियम की धारा 80EEA के तहत एक वित्त-वर्ष में दावा किए जाने योग्य टर्म-लोन पर टैक्स में छूट के दायरे को बढ़ाया। इस अधिनियम की धारा 24 बी के तहत कुछ शर्तों के साथ टैक्स में 2 लाख रुपये की छूट के अलावा 1.5 लाख रुपये की इस कटौती का दावा किया जा सकता है।

इस तरह, आप एक वित्त-वर्ष में ITR में कुल साढ़े-तीन लाख रुपये की छूट का दावा कर सकते हैं, जिससे आपको लंबे समय के लिए गए लोन पर होने वाले खर्च के बोझ को कम करने में मदद मिलेगी। होम लोन लेते समय टैक्स बचाने के तरीकों के बारे में अच्छी तरह जानना आपके लिए बेहद जरूरी है।

घर खरीदने वाले संभावित ग्राहक के रूप में, आपके लिए सबसे बेहतर यही होगा कि आप बाजार में होम लोन के बारे में जानकारी हासिल करें तथा लोन देने वाली विभिन्न कंपनियों के ब्याज दरों की तुलना करें। शुरुआत में ही अच्छी तरह योजना बनाने से आपको आर्थिक नुकसान होने की संभावना कम हो जाएगी, साथ ही अपने मासिक खर्चों की चिंता किए बिना आप बाजार के फायदों का आनंद ले पाएँगे।

बजाज हाउसिंग फाइनैंस लिमिटेड जैसी कंपनी ग्राहकों को 6.80%* से शुरू होने वाली आकर्षक ब्याज दरों पर होम लोन का प्रस्ताव देती हैं, जिसे लंबी समयावधि में आसानी से चुकाया जा सकता है। इसलिए अगर आप हाउसिंग फाइनैंस की तलाश में हैं, तो डिजिटल स्वीकृति पत्र और एक आसान टॉप-अप जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराने वाली हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से लोन लेने पर विचार करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Updates COVID-19 CASES