जॉर्ज फ्लॉयड केस में समझौता:फ्लॉयड के परिवार को मिलेंगे 196 करोड़ रुपए, मिनेपोलिस काउंसिल ने समझौता को मंजूरी दीअमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के मामले में का समझौता हो गया है। यह समझौता मिनेपोलिस की सिटी काउंसिल और फ्लॉयड के परिवार के बीच हुआ है। समझौता 2.7 करोड़ डॉलर (करीब 196 करोड़ रुपए) में हुआ है। हालांकि, पूर्व पुलिस अधिकारी डेरेक चौविन के ऊपर मामला चलता रहेगा।
सर्वसम्मति से समझौते के पक्ष में वोटिंग
समझौते को लेकर काउसिंल मेंबर्स ने निजी तौर पर मुलाकात की। इसके बाद वे सावर्जनिक सत्र के लिए आए और उन्होंने सर्वसम्मति से इतनी बड़ी राशि के लिए समर्थन में वोट किया। फ्लॉयड परिवार के वकील बेन क्रम्प ने इसे नागरिक अधिकारों के दावे के लिए अब तक का सबसे बड़ा समझौता करार दिया।
संघीय नागरिक अधिकारों के उल्लंघन का दायर किया था मामला
यह सेटलमेंट फ्लॉयड परिवार की ओर से पिछले साल जुलाई में मिनेपोलिस प्रशासन के खिलाफ संघीय नागरिक अधिकारों के उल्लंघन को लेकर दायर किए गए मामले के परिणामस्वरुप हुआ है। फ्लॉयड के भाई रोडनी ने कहा कि समझौता से संदेश साफ है कि हम ऐसी घटनाएं बंद करना शुरू करें।
छह लोगों की ज्यूरी करेगी चौविन मामले की सुनवाई
वहीं, फ्लॉयड की मौत के मामले में चौविन के खिलाफ सुनवाई के लिए ज्यूरी में छह लोगों को चुना गया है। इसमें एक व्यक्ति वह भी है, जिसने कहा कि चौविन को लेकर उनके मन में काफी नकारात्मक छवि है। जज ने इस मामले में चौविन के खिलाफ थर्ड डिग्री हत्या के आरोप तय किए हैं।
पिछले साल 25 मई को फ्लॉयड की मौत हुई थी
मिनेपोलिस में पिछले साल 25 मई को फ्लॉयड को पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। इससे पहले पुलिस अफसर डेरेक चॉविन ने फ्लॉयड को सड़क पर दबोचा था और अपने घुटने से उसकी गर्दन को करीब आठ मिनट तक दबाए रखा था। फ्लॉयड के हाथों में हथकड़ी थी। इसमें 46 साल का जॉर्ज लगातार पुलिस अफसर से घुटना हटाने की गुहार लगाता रहा।
घटना का वीडियो भी वायरल हुआ। जिसमें उसने कहा, ‘आपका घुटना मेरे गर्दन पर है। मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं…।’’ धीरे-धीरे उसकी हरकत बंद हो जाती है। इसके बाद अफसर कहते हैं, ‘उठो और कार में बैठो’, तब उसकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आती। इस दौरान आस-पास काफी भीड़ जमा हुई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।