26 मार्च को भारत बंद का आह्वान:हरियाणा-पंजाब के किसान पश्चिम बंगाल जाकर भाजपा के खिलाफ करेंगे प्रचारराजेवाल कोलकाता रवाना होने से पहले बोले- मोदी सरकार किसान-मजदूरों के खिलाफ
किसान मोर्चा की टीमें असम और केरल में जाकर भी भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगी
संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 मार्च को भारत बंद का आह्वान किया है। मोर्चा का कहना है कि कृषि कानून वापस कराने के लिए आंदोलन जोरदार होना चाहिए। संगठन ने निर्णय लिया है कि हरियाणा और पंजाब के किसान पश्चिम बंगाल जाकर भारतीय जनता पार्टी क प्रत्याशियों के खिलाफ वोट मांगेंगे। किसान मोर्चा के नेताओं की टीम बंगाल के अलावा असम और केरल भी जाएगी।
भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के प्रेसिडेंट बलबीर सिंह राजेवाल ने चंडीगढ़ में कहा कि मोदी सरकार देश के किसानों व मजदूरों के खिलाफ हो गई है। अब सरकार की ओर से सब चीजों को प्राइवेट किया जा रहा है, ताकि वे कॉर्पोरेट घरानों को खुश कर सकें। देश के किसान भाजपा सरकार के खिलाफ पूरी तरह से डटे हुए हैं और जब तक तीन कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता वे चुप नहीं बैठने वाले। उनके साथ भारतीय किसान यूनियन के हरमीत सिंह कादियां और प्रोफेसर मंंजीत सिंह भी साथ थे।48 दिनों से सरकार की तरफ से कोई बुलावा नहीं
भारतीय किसान यूनियन के हरमीत सिंह कादियां ने कहा कि सरकार की ओर से पिछले 48 दिनों से किसी प्रकार का बुलावा नहीं आ रहा है। इससे पता चलता है कि सरकार की मंशा क्या है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पंजाब के किसानों ने पंजाब से आंदोलन को दिल्ली और नॉर्थ इंडिया तक पहुंचाया है, अब देश के हर एक कोने तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। लोगाें को यह बताने के लिए कि भाजपा सरकार ने किस तरह के कानूनों को किसानों पर लागू किए है।असम व केरल में भी प्रचार करेंगे
किसान नेता राजेवाल ने कहा कि बंगाल में 294 विधानसभा सीटे हैं, जहां किसानों की मांगों से संबंधित लिट्रेचर बांटने के लिए भेजा गया है। इन हलकों में जाने के लिए शुक्रवार को 294 गाड़ियों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया जाएगा। बंगाल में 4 ग्रूप लीडर्स के बनाए गए हैं, जो रोज 3 से 4 रैलियां विभिन्न जिलों में जाकर करेंगे। उन्होंने कहा कि बंगाल के लोगों का प्यार देश के किसानों प्रति काफी है। जिसे देखते हुए कहा जा सकता है कि वहां होने वाले चुनावों में लोग भाजपा की सरकार बनने नहीं देंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वे किसी पार्टी के पक्ष में लोगों को वोट डालने के लिए नहीं कहेंगे।
15 मार्च को देश के बैँक कर्मचारियों व व्यापारियों के साथ प्रदर्शन
राजेवाल ने कहा कि देश के विभिन्न संस्थाओं के इम्प्लाइज मोदी सरकार से काफी परेशान हैं। जिसे लेकर 15 मार्च को बैंक इम्प्लाइज व देश के व्यापारियों के साथ मिल कर देश भर में रोष प्रदर्शन कर मोदी सरकार को जगाया जाएगा और बताया जाएगा कि जिस तरह से वे काम कर रहे हैं उससे आने वाले समय में देश को मुसीबत आएगी।
19 मार्च को मंडियों के सामने प्रदर्शन
किसान नेता ने कहा कि पिछले दिनों FCI की ओर से जिस तरह से किसानों को कहा गया है कि उन्हें पहले अपनी जमीन का रेजिस्ट्रेशन करवाना होगा उसके बाद उनके अनाज को खरीदा जाएगा, इसका विरोध करने के लिए देश की मंडियों के सामने 19 मार्च को आढ़ती, मुनीम, मजदूर और किसान सहित जो भी लोग मंडियों से जुड़े हैं उनके साथ मिलकर विरोध किया जाएगा।
26 को संपूर्ण भारत बंद का आह्वान
किसान नेता राजेवाल ने कहा कि जिस तरह से संस्थाओं ,सरकारी महकमों का सरकार निजीकरण कर रही है, उस कारण देश का हर वर्ग दुखी हो गया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अपने पास केवल 4 महकमे रखे हैं बाकी सारे महकमों का निजीकरण कर देना है जिससे आने वाले दिनों में केवल किसान ही नहीं बल्कि समाज का हर वर्ग परेशान होकर रह जाएगा। उन्होंने 26 मार्च को सड़क-रेल सहित सारा भारत बंद किया जा रहा है जिससे मोदी सरकार जाग सके।
हरियाणा के लोग जागे, लेकिन MLA सोए हुए
राजेवाल से जब यह पूछा गया कि जिस तरह से बंगाल में भाजपा का विरोध करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है, तो क्या पिछले दिनों हरियाणा में वहां की सरकार को गिराने के लिए प्रयास क्यों नहीं किए। तो इस पर उनका जवाब था कि हरियाणा के लोग तो जागे हुए हैx लेकिन वहां के MLA अभी तक सोए हुए हैं, नहीं तो आज सरकार नहीं बचती।
ED के छापों पर बोले-केंद्र सरकार बौखला गई
चंडीगढ़ में अभी हाल में पंजाब एकता पार्टी प्रधान व किसान आंदोलन के हितैषी सुखपाल सिंह खैहरा के घर ED के छापे को लेकर प्रश्न किया गया तो राजेवाल ने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह से बौखला गई है। सरकार बेवजह से लोगों को विभिन्न मामलों में फंसा कर नोटिस भेज रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी किसान को नोटिस मिलने पर दिल्ली आने की जरूरत नहीं। वे नोटिसों को चूल्हे की आग में जला दें, बाकी जाे होगा किसान मोर्चा देख लेगा।