बॉम्बे बेगम्स पर विवाद:सीरीज में बच्चों को गलत तरीके से दिखाए जाने का आरोप, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने की स्ट्रीमिंग रोकने की मांगपूजा भट्ट स्टारर वेब सीरीज ‘बॉम्बे बेगम्स’ पर विवाद छिड़ गया है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने सीरीज की स्ट्रीमिंग पर रोक लगाने की मांग की है। दरअसल, आयोग को सीरीज के खिलाफ एक शिकायत मिली है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि इसमें नाबालिग बच्चों को कैजुअल सेक्स करते और ड्रग्स लेते दिखाया गया है। इसी पर नोटिस जारी करते हुए आयोग ने कहा कि इस तरह के कंटेंट से न केवल युवाओं पर निगेटिव प्रभाव पड़ेगा, बल्कि यह बच्चों के साथ होने वाले बुरे बर्ताव और हैरेसमेंट को भी बढ़ावा दे सकता है।
गुरुवार को भेजा गया नोटिस
NCPCR ने गुरुवार को ‘बॉम्बे बेगम्स’ के OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स को नोटिस जारी कर 24 घंटे के अंदर सीरीज को हटाने के लिए कहा है। आयोग के मुताबिक, अगर ऐसा नहीं होता है तो वे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। NCPCR के चेयरमैन प्रियांक कानूनगो ने अपने एक बयान में कहा, “हमने सीरीज में बच्चों को गलत तरीके से दिखाए जाने को लेकर ‘बॉम्बे बेगम्स’ की स्ट्रीमिंग रोकने की मांग की है।”
एक्टर ने की नोटिस की मुखालफत
नेटफ्लिक्स की ओर से इस मामले में अभी तक कोई रिएक्शन सामने नहीं आया है। लेकिन स्पॉटबॉय की रिपोर्ट के मुताबिक, सीरीज के एक एक्टर ने आयोग के नोटिस की मुखालफत की है। उनके मुताबिक, ‘बच्चों को गलत गलत तरीके से दिखाना’ बहुत ही अस्पष्ट शब्द है। क्या आयोग यह जानता है कि उन रेव पार्टियों में क्या होता है, जिनमें नाबालिग सतत रूप से शामिल होते हैं। हमारे समाज को खोखला कर रहीं समस्याओं को सॉल्व करने से पहले हमें उन्हें पहचानना चाहिए। और उन समस्याओं को पहचानने के लिए हमें पहले उन्हें स्क्रीन पर दिखाना होगा। यह दिखावा करने का कोई मतलब नहीं कि ऐसी समस्याएं मौजूद नहीं हैं।’
8 मार्च को शुरू हुई स्ट्रीमिंग
अलंकृता श्रीवास्तव के निर्देशन में बनी वेब सीरीज ‘बॉम्बे बेगम्स’ की स्ट्रीमिंग 8 मार्च से शुरू हुई है। इसमें पांच अलग-अलग महिलाओं की कहानी है। पूजा भट्ट के अलावा अमृता सुभाष, सुहाना गोस्वामी, प्लाबिता बोर ठाकुर और आध्या आनंद की इसमें अहम भूमिका है। पूजा ने इस सीरीज के जरिए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर डेब्यू किया है।