ताकि सभी को मिले लाभ:जिले में 26 फीसदी आयुष्मान पात्र परिवारों के कार्ड बनाने को लेकर विभाग सक्रिय, नि:शुल्क बनाए जा रहे आयुष्मान कार्डराष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने जनहित को ध्यान में रख चलाया विशेष अभियान
प्रत्येक सीएससी सेंटर पर मुफ्त आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे
महेंद्रगढ़ जिले में अब तक 74 प्रतिशत परिवारों के आयुष्मान कार्ड बने हैं, शेष 26 प्रतिशत आयुष्मान पात्र परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर संबंधित अधिकारी अब आशा वर्करों के सहयोग से लाभार्थियों की खोज कर उनके घर तक पहुंचे। जिन पात्रों ने शहर छोड़ दिया है या जिनकी मृत्यु हो चुकी है उनका भी डाटा तैयार कर अधिकारियों को दिया जाएगा। आपके द्वार आयुष्मान अभियान को सफल बनाने को लेकर विभाग सक्रिय है।
प्रत्येक सीएससी सेंटर पर मुफ्त आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। सीएचसी, पीएचसी के अन्तर्गत आने वाले सभी चिकित्सा अधिकारी, जिला आशा कॉडिनेटर, ब्लॉक आशा कॉर्डिनेटर, आशा फैसिलेटर, आशा वर्कर्स को आदेश दिए गए हैं। वे एसईसीसी 2011 के अनुसार आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को पैनल पर मौजूद स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजकर लाभार्थी का मुफ्त में आयुष्मान कार्ड बनवाया जाना सुनिश्चित किया जाए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने 22 मार्च तक विशेष अभियान चलाया है जिसके तहत सभी लाभार्थियों को अस्पतालों में कार्ड नि:शुल्क बनवाने की सुविधा दी है। इसी के तहत महेंद्रगढ़ अस्पताल में प्रत्येक सोमवार, मंगलवार और बुधवार को तथा सेहलंग अस्पताल में प्रत्येक गुरुवार, शुक्रवार तथा शनिवार को ये कार्ड बनाए जा रहे हैं।
सर्वे में एक दशक पहले के 100 फीसदी लाभार्थियों को ढूंढना आसान नहीं
आयुष्मान कार्ड वर्ष 2011 की सर्वे के आधार पर बनाए जा रहे हैं। इसमें सबसे पहली बात तो कुछ लाभार्थी जिले को छोड़कर अन्य जगह को निवास बना लिया है, सर्वे को एक दशक बीतने के कारण कुछ लाभार्थियों ने अपने पुराने फोन नंबरों को बंद करवा दिया है तो कुछ के पास उस समय फोन नहीं रहे। जिन्हें तलाश करने के लिए विभाग प्रयास कर रहा है। कुछ ऐसे भी लाभार्थी सामने आ रहे हैं जिनकी सर्वे के बाद सरकारी नौकरी लगी है या उनका सेल्फ व्यवसाय अच्छा चल रहा है जो अब सरकार की इस योजना की शर्तों से उपर का जीवन स्तर बीता रहे हैं और इस कार्ड को नहीं बनवाना चाहते।