खतरे की घंटी बजी:41 दिन बाद फिर बढ़ा कोरोना का ग्राफ, सक्रिय केस 25; 24 घंटे में 6 नए केस इनमें 3 स्टूडेंट और 1 टीचरलोगों की बेपरवाही का फायदा उठाकर कोरोना संक्रमण उन्हें अपनी चपेट में ले रहा
इनमें तीन स्टूडेंट्स, एक टीचर, एक डॉक्टर और एक हाउसवाइफ शामिल
जिले में कोरोना का खतरा अब बढ़ने लगा है। लोगों की बेपरवाही का फायदा उठाकर कोरोना संक्रमण उन्हें अपनी चपेट में ले रहा है। 41 दिन बाद जिले में गुरुवार को अब एक बार फिर छह केस मिले हैं। इनमें तीन स्टूडेंट्स, एक टीचर, एक डॉक्टर और एक हाउसवाइफ शामिल हैं। ये सभी लोगों ने कोरोना से मिलते जुलते लक्षण महसूस करने पर पीजीआई के ट्रामा सेंटर के बाहर बने सैंपलिंग सेंटर में जाकर कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल दिए थे।
जिले की कोविड 19 नोडल टीम को गुरुवार को अमृत कालोनी निवासी हाउसवाइफ, सैनीपुरा, जनता कालोनी, जवाहर नगर निवासी एक-एक स्टूडेंट्स, टिटौली गांव निवासी शिक्षक, पीजीआई के ब्वॉयज हास्टल निवासी छात्र चिकित्सक की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। टीम ने सभी छह मरीजों की कांटेक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी है। टीम संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों के सैंपल टेस्ट कराकर कोविड होने का पता लगाएगी। वहीं, गुरुवार को महाशिवरात्रि पर्व का अवकाश होने की वजह से सरकारी संस्थानों में वैक्सीनेशन प्रोग्राम नहीं किया गया। निजी अस्पतालों में 37 लोगों ने वैक्सीन की डोज लगवाई। अब तक 12,663 ने वैक्सीन की डोज ली है।
पीजीआई में अब 8 मरीज दाखिल, टीम ने जिले में 552 के सैंपल लिए
जिले में अब एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 25 पर पहुंच गई है। इनमें 17 मरीज होम आइसोलेशन में और 8 मरीज पीजीआई सहित अन्य अस्पतालों में उपचाराधीन हैं। जिले में अब तक 12,331 केस मिल चुके हैं जिनमें 160 मरीजों की मौत हुई है और 12,146 मरीज कोरोना से रिकवर कर चुके हैं। गुरुवार को जिले में 4.25 फीसदी कोविड पॉजिटिविटी दर और 98.49 फीसदी कोविड रिकवरी रेट दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 552 लोगों के सैंपल एकत्रित कर पीजीआई की लैब में जांच के लिए भेजे हैं।
जनवरी माह में अधिकतम 13 और फरवरी में 4 तक ही केस मिले थे
2021 के जनवरी माह में अधिकतम 13 कोरोना केस और फरवरी में अधिकतम चार केस ही मिले थे। वहीं मार्च माह के 11वें दिन अधिकतम छह केस दर्ज किए गए। जिले के लोगों के लिए फरवरी माह सुकून का रहा। इस माह में सात दिन ऐसे रहे जब स्वास्थ्य विभाग को एक भी कोरोना मरीज नहीं मिला। केस अधिकतम तीन का आंकड़ा पार नहीं कर सके। ये राहत महसूस करने के बाद लोग कोरोना के खतरे के प्रति बेपरवाह हो गए। सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला व कोविड 19 जिला नोडल अधिकारी डॉ. राजबीर सभरवाल लगातार जनता से अपील कर रहे हैं कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। जब तक सभी को वैक्सीन नहीं लग जाती तब तक भीड़भाड़ वाले एरिया में चेहरे पर मास्क लगाकर रखें और संभव हो तो सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्था पालन करें। तभी कोरोना संक्रमण से बचाव किया जा सकता है।