नि:शुल्क सुविधा:शुगर रोगियों के रेटिनोपैथी कराने पर 20 हजार व मोटी झिल्ली का लेजर ट्रीटमेंट कराने पर 2 हजार बचेंगे, सिविल अस्पताल में फ्री होगा इलाजडायबिटिक रेटिनोपैथी व मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद लैंस के पीछे मोटी झिल्ली काटने की लेजर मशीन शुरू
समय से पहले पैदा होने वाले बच्चों की आंखों की जांच के लिए आरओपी सुविधा पुन: बहाल हुई
सिविल अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में बच्चों से लेकर उम्रदराज रोगियों के रेटिना संबंधित इलाज की तीन सुविधाएं नि:शुल्क शुरू हुई। इनमें से पहली बार 2 लेजर ट्रीटमेंट हैं, जिससे डायबिटिक रेटिनोपैथी व आंख के लैंस के पीछे की झिल्ली मोटी का इलाज होगा। समय से पहले पैदा होने वाले बच्चों की आंखों की जांच के लिए आरओपी सुविधा पुन: बहाल हुई है।
तीनों ही सुविधाएं नि:शुल्क हैं जिनका लाभ हर शनिवार को उठा सकेंगे। वरिष्ठ सर्जन डॉ. गुलशन मेहता और डॉ. रिपनजीत की टीम जांच और ट्रीटमेंट करेंगे। निजी अस्पतालों में इसके इलाज पर प्रति सीटिंग 5 हजार तक शुल्क देने पड़ते हैं। कम से कम 4 सीटिंग में इलाज पूरा होता है।डायबिटिक रेटिनोपैथी व मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद लैंस के पीछे मोटी झिल्ली काटने की लेजर मशीन शुरू
समय से पहले पैदा होने वाले बच्चों की आंखों की जांच के लिए आरओपी सुविधा पुन: बहाल हुई
सिविल अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में बच्चों से लेकर उम्रदराज रोगियों के रेटिना संबंधित इलाज की तीन सुविधाएं नि:शुल्क शुरू हुई। इनमें से पहली बार 2 लेजर ट्रीटमेंट हैं, जिससे डायबिटिक रेटिनोपैथी व आंख के लैंस के पीछे की झिल्ली मोटी का इलाज होगा। समय से पहले पैदा होने वाले बच्चों की आंखों की जांच के लिए आरओपी सुविधा पुन: बहाल हुई है।
तीनों ही सुविधाएं नि:शुल्क हैं जिनका लाभ हर शनिवार को उठा सकेंगे। वरिष्ठ सर्जन डॉ. गुलशन मेहता और डॉ. रिपनजीत की टीम जांच और ट्रीटमेंट करेंगे। निजी अस्पतालों में इसके इलाज पर प्रति सीटिंग 5 हजार तक शुल्क देने पड़ते हैं। कम से कम 4 सीटिंग में इलाज पूरा होता है।