पंजाब यूनिवर्सिटी की बात:गवर्नेंस रिफॉर्म्स पर पोर्टल के जरिए 7 दिन तक अपने सजेशन दे सकेंगे सभी स्टेकहोल्डर्सपंजाब यूनिवर्सिटी सीनेट में बदलाव को लेकर चांसलर व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू द्वारा बनाई गई हाई पावर कमेटी की मीटिंग सेंट्रल यूनिवर्सिटी बठिंडा के वाइस चांसलर प्रो आरपी तिवारी की अध्यक्षता में हुई।इसमें तय किया गया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन पोर्टल उपलब्ध करवाएगा जिस पर सभी स्टेकहोल्डर यानी स्टूडेंट्स, राजनीतिक दल, पेरेंट्स, टीचर्स एसोसिएशन और नॉन टीचर या कोई भी एलुमनाई आदि अपने सजेशन दे सकेंगे। यह पोर्टल 7 दिन तक खुला रहेगा। इस बारे में सारे सजेशन आने के बाद कमेटी फिर से मीटिंग करेगी।
IIT रोपड़ के डायरेक्टर प्रो पीके रैना, पूर्व चांसलर प्रो. केएन पाठक, वाइस चांसलर प्रो. राजकुमार, नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल के अध्यक्ष और UGC चेयरमैन के नॉमिनी प्रो.वीएस चौहान, चांसलर के नॉमिनी और एडवोकेट जनरल ऑफ इंडिया सत्यपाल जैन, पंजाब CM के नॉमिनी और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ जसपाल सिंह संधू, DPI पंजाब परमजीत सिंह, डायरेक्टर हायर एजुकेशन चंडीगढ़ रुबिंदरजीत सिंह बराड़ और कमेटी के मेंबर सेक्रेटरी व रजिस्ट्रार विक्रम नैयर ने भी इस मीटिंग में शिरकत की।
डिस्कशन के दौरान यह बात सभी ने मानी की 1883 की व्यवस्था पुरानी हो चुकी है और इसमें बदलाव की जरूरत है। ईस्ट पंजाब यूनिवर्सिटी एक्ट 1948 से लेकर अब तक बहुत ज्यादा बदलाव नहीं हुए हैं। इस बात पर सभी सहमत थे कि बोर्ड ऑफ एकेडमिक्स और दिन के स्तर पर इलेक्शन नहीं होने चाहिए। क्योंकि देश और राज्य की बेस्ट प्रैक्टिसेज और सभी पक्षों से राय लेने के बाद फैसले के लिए चांसलर ने पहले से ही लिखा है इसलिए कमेटी ने पोर्टल पर सजेशन लेने का डिसीजन किया है।