मैक्सिको में हिंसा:अपराध से त्रस्त महिलाओं का सब्र टूटा; पुलिस पर हमला, 62 पुलिसकर्मियों समेत 81 महिलाएं जख्मीमहिलाओं के प्रदर्शन को जैसे ही पुलिस ने रोका, वे भड़क गईं
मैक्सिको में महिलाओं से अपराध के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन हुआ। ये प्रदर्शन महिलाओं ने किया। दरअसल, राष्ट्रपति लोपेज ओब्राडोर दुष्कर्म के आरोपी नेता का बचाव कर रहे हैं। उनके इस रुख से देशभर में गुस्सा है। ओब्राडोर से पद छोड़ने की मांग को लेकर महिलाएं सोमवार को राष्ट्रपति भवन (नेशनल पैलेस) का घेराव करने निकलीं।सुरक्षाबल न रोक सकें, इसके लिए वे लाइटर, छोटे गैस सिलेंडर जैसी आगजनी की चीजें, बल्ले और हथौड़े लेकर आई थीं। जैसे ही पुलिस ने उन्हें रोका, वे भड़क गई। उन्होंने पुलिस पर हमला किया। वहीं कुछ ने आगजनी की। पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागे। घटना में 62 पुलिसकर्मियों समेत 81 महिलाएं जख्मी हो गई।रोज 10 महिलाओं का कत्ल: मैक्सिको उन देशों में शुमार है, जहां महिलाओं से सबसे ज्यादा अपराध होते हैं। पिछले साल ही यहां औसतन रोजाना 10 महिलाएं मारी गईं, जबकि 16 हजार दुष्कर्म का शिकार हुईं।
मैक्सिको सीमा पर प्रवासियों की भीड़ ने बढ़ाई बाइडेन की चिंता
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के सत्ता में आने और प्रवासियों के लिए दरवाजे खोलने के ऐलान के बाद मैक्सिको से लगी सीमा पर प्रवासियों की भीड़ बढ़ रही है। इसने बाइडेन प्रशासन के माथे पर बल ला दिया है। क्योंकि ट्रम्प की पॉलिसी रद्द करने के बाद पहले चरण में 25 हजार लोगों को प्रवेश दिया जाना है। यह सूची अब तक अंतिम रूप नहीं ले सकी।
दूसरी तरफ, मध्य अमेरिकी देशों से भागकर आए लोगों के बच्चे लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। बीते दो हफ्ते में ऐसे प्रयास करते 3250 से ज्यादा बच्चों को पकड़कर हिरासत केंद्रों में भेजना पड़ा। दिक्कत ये है कि जेल जैसे हालात के चलते इन केंद्रों पर बच्चों को 3 दिन रखा जा सकता है।78 हजार प्रयास हुए घुसपैठ के इस साल
प्रवासियों की ओर से मैक्सिको सीमा से अमेरिका में दाखिल होने के लिए जनवरी से अब तक 78 हजार प्रयास हो चुके हैं। यह संख्या बीते साल इसी अवधि के मुकाबले दो गुना है। जबकि जनवरी में एक दशक में सबसे ज्यादा है।