जनवरी से मार्च तक 70% बढ़े भाव:सोना-चांदी नहीं, रोडियम ने निवेशकों को किया मालामाल, एक आउंस की कीमत में मिल सकती है लग्जरी एसयूवीसोने से 17 गुना ज्यादा महंगी धातु है रोडियम, 31.10 ग्राम रोडियम की कीमत 21.30 लाख से अधिक
बीते कुछ महीनों में किस धातु ने निवेशकों को मालामाल किया है? ज्यादातर लोगों का जवाब सोना, चांदी या प्लेटिनम होगा। लेकिन इसका सही जवाब है रोडियम। इसकी कीमत पिछले दो महीनों में 70 फीसदी बढ़ चुकी है। यही नहीं, रोडियम दुनिया की सबसे महंगी धातु भी है। इसकी कीमत इतनी ज्यादा है कि एक आउंस रोडियम की कीमत में एक अच्छी खासी एसयूवी खरीदी जा सकती है।
ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स वेबसाइट के मुताबिक, इस साल एक जनवरी से लेकर मार्च के पहले सप्ताह तक रोडियम के दामों में 70 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है। यह किसी भी कमोडिटी में अब तक की सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक ट्रॉय औंस (31.10 ग्राम) रोडियम की कीमत 29,200 डॉलर यानी (21 लाख 30 हजार रुपए से अधिक) है।
जबकि एक आउंस सोने की कीमत लगभग 1 लाख 24 हजार रुपए और एक आउंस प्लेटिनम के दाम 84920 रुपए हैं। बीते 5 वर्षों में रोडियम के दाम 56 गुना तक बढ़ चुके हैं। यानी अगर 5 साल पहले किसी ने रोडियम में 1 लाख रुपए का निवेश किया होता, तो आज उसके निवेश की कीमत 56 लाख रुपए होती। रोडियम संक्रमण धातु समूह का सदस्य है। यह चांदी जैसा सफेद, कठोर और टिकाऊ होता है। इसमें कम विद्युत प्रतिरोध और स्थिर संपर्क प्रतिरोध होता है। यह जंग के लिए अत्यधिक प्रतिरोधी है।
ऑटोमोटिव सेक्टर में रोडियम की डिमांड तेज होने से बढ़ रहे हैं दाम
रोडियम के लगातार बढ़ते दामों के पीछे ऑटोमोटिव सेक्टर में इसकी बढ़ती डिमांड और इसके अनुपात में सप्लाई की कमी प्रमुख वजह है। रोडियम का इस्तेमाल कारों और अन्य वाहनों के साइलेंसरों में कैटेलिटिक कन्वर्टर में प्रदूषण कम करने के लिए होता है। दुनियाभर में प्रदूषण उत्सर्जन मानक काफी कठोर होने की वजह से इसकी डिमांड काफी बढ़ गई है। वाहनों के कैटेलिटिक कन्वर्टर में पीजीएम (प्लेटिनम ग्रुप मेटल यानी प्लेटिनम, रोडियम और पैलेडियम) का उपयोग होता है।