अजीब-ओ-गरीब कानूनी कार्रवाई:6 साल पहले रॉकी मित्तल ने जो बत्ती जज के मुंह पर दे मारी थी, उसे तलाशने जयपुर जाएगी कैथल पुलिसरॉकी ने जज की गाड़ी से जो बत्ती चुराई थी, वो उसने जयपुर में अपने एक दोस्त के पास छिपाकर रखी है
मई 2015 में रोड जाम के दौरान झज्जर के जज विवेक नासिर की सरकारी गाड़ी की नीली बत्ती उतारकर मुंह पर दे मारी थी
जयभगवान उर्फ रॉकी मित्तल के मामले में कैथल पुलिस बेहद अजीबोगरीब कानूनी कार्रवाई कर रही है। दरअसल, रॉकी मित्तल को गिरफ्तार करके पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से जयभगवान को 3 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया। इन तीन दिनों के दौरान पुलिस रॉकी मित्तल को लेकर जयपुर जाएगी, ताकि उस बत्ती को बरामद किया जा सके, जो उसने जज के मुंह पर दे मारी थी। कहा जा रहा है कि रॉकी ने जज की गाड़ी से चुराई वो बत्ती जयपुर में अपने एक दोस्त के पास छिपाकर रखी है।
बता दें कि हरियाणा की कैथल पुलिस ने स्पेशल पब्लिसिटी सैल के पूर्व चेयरमैन रॉकी मित्तल को मंगलवार को पुलिस ने पंचकूला सेक्टर 4 से गिरफ्तार किया। अपने गानों के कारण विवादों में रहने वाले रॉकी मित्तल पर गंभीर आरोप हैं, जिसके तहत उन पर यह कार्रवाई की जा रही है। रॉकी मित्तल ने गिरफ्तारी को बदले की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया। गिरफ्तारी के बाद रॉकी को पंचकूला सेक्टर 5 पुलिस थाने ले जाया गया। रॉकी मित्तल मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। दो बार सरकार से निकाले भी जा चुके हैं।
लगभग 6 साल पुराना मामला दोबारा खोला गया है
रॉकी की गिरफ्तारी की वजह सरकार के खिलाफ बगावत है, जिसके चलते लगभग 6 साल पुराना बदतमीजी का मामला फिर से खोला गया है। उस वक्त रॉकी ने जज की कार की बत्ती उतारकर जज के ही मुंह पर दे मारी थी। हालांकि रॉकी का कहना है कि तीन बार बंद हो चुके केस को बार-बार सिर्फ और सिर्फ खुंदक निकालने के लिए खोला जा रहा है। बात 12 मई 2015 की है, जब झज्जर के तत्कालीन एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट विवेक नासिर अपनी साली के विवाह समारोह में शरीक होकर पटियाला से लौट रहे थे।
उस वक्त कैथल में जींद रोड बाई पास पर लोगों ने किसी कत्ल की वारदात के कारण जाम लगाया हुआ था। कारण पूछने पर नेता की तरह बर्ताव कर रहे एक व्यक्ति ने अचानक गाड़ी पर लगी नीली बत्ती उठाकर जज के मुंह पर दे मारी। जज के दोनों होंठ फूट गए और नुकीला सिरा लगने से ठोड़ी कट गई थी। किसी तरह साढू और पत्नी ने बीच में पड़कर भीड़ से जज की जान बचाई, नहीं तो उस व्यक्ति ने भीड़ को ललकार दिया था कि ये प्रशासन वाले हमारी नहीं सुनते, इनको जान से मार दो।
यह सुनते ही भीड़ में से कुछ व्यक्तियों ने हत्थे मार-मारकर गाड़ी का बोनट भी तोड़ने की कोशिश की। भीड़ में से किसी ने नेतृत्व कर रहे उस शख्स का नाम रॉकी मित्तल बताया। फिर जज की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई की थी, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का करीबी होने के कारण रॉकी को राहत मिलती जा रही थी। अब पिछले कुछ दिनों से रॉकी खुले तौर पर प्रदेश की सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई इसी बगावत का नतीजा है।
मोदी भक्त कहलाते हैं रॉकी मित्तल
गौरतलब है कि कैथल जिले से ताल्लुक रखते जय भगवान उर्फ रॉकी मित्तल रॉकी मित्तल मोदी भक्त कहलाते हैं। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रचार में गाने गाए थे। इसके बाद पिछले 6 साल से वह प्रदेश की सरकार के लिए प्रचार कर रहे थे। 2019 में प्रदेश की सरकार ने रॉकी मित्तल को ‘एक और सुधार’ कार्यक्रम का प्रोजेक्ट डायरेक्टर भी बनाया था, लेकिन कुछ समय बाद उन्हें उस पद से हटा दिया गया था। इसके बाद फरवरी 2020 में रॉकी को स्पेशल पब्लिसिटी सेल के चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंप दी गई। अब 16 दिसंबर 2020 को रॉकी को इस पद से भी हटा दिया गया। अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खंडेलवाल ने अपने आदेश में अपरिहार्य कारण बताए थे।