नि:शुल्क परिवहन सुविधा:विज्ञान की ओर चलें, छात्राओं की तर्ज पर अब साइंस के छात्राें का भी किराया होगा माफ60 फीसदी मासिक उपस्थिति होने पर ही होंगे पात्र, घर से आठ किमी स्कूल दूर होने पर 1600 रुपए दिए जाएंग
छात्राओं को स्कूल के लिए चार रुपए प्रति किमी के हिसाब से मिलती है राशि
विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षा विभाग ने नई पहल शुरू की है। जिसके अंतर्गत अब शिक्षा विभाग छात्रों को भी नि:शुल्क परिवहन सुविधा का लाभ देगा। विभागीय योजना के अंतर्गत छात्रा परिवहन सुरक्षा योजना की तर्ज पर अब विज्ञान संकाय की पढ़ाई करने वाले राजकीय विद्यालयों के छात्रों को भी अब शिक्षा विभाग की ओर से मुफ्त परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके लिए विभाग की ओर से विज्ञान विषय की पढ़ाई करने वाले सभी छात्रों को किलोमीटर के हिसाब से किराया दिया जाएगा। इसी आधार पर विभागीय अधिकारी ने स्कूलों से विज्ञान विषय की पढ़ाई करने वाले छात्रों की जानकारी मांगी है।
लेकिन 60 फीसदी मासिक उपस्थिति होने पर ही होंगे पात्र, घर से आठ किमी स्कूल दूर होने पर 1600 रुपए दिए जाएंगे
छात्राओं को स्कूल के लिए चार रुपए प्रति किमी के हिसाब से मिलती है राशि
ग्रामीण छात्राओं को परिवहन सुरक्षा योजना के तहत घर से स्कूल आने-जाने के लिए चार रुपए प्रति किमी दिए जाते हैं। इसके लिए छात्राओं की उपस्थिति 60 फीसद या इससे अधिक अनिवार्य की गई है। इससे कम उपस्थिति होने पर पात्र नहीं होगी। विज्ञान के छात्रों को भी इसी प्रकार से परिवहन सुविधा के लिए भुगतान किया जाएगा। किसी छात्र के घर से स्कूल आठ किमी दूर है तो उसे 16 किमी के लिए चार रुपये के हिसाब से हर माह 25 दिनों के लिए 1600 रुपये मिलेगा। छह किमीकी दूरी के लिए 600 रुपये, आठ किलोमीटर पर 800 रुपये, दस किलोमीटर पर 1000 रुपये, 12 किलोमीटर पर 1200 रुपये और 14 किलोमीटर पर 1400 रुपये का भुगतान किया जाएगा।
विज्ञान प्रोत्साहन के लिए यह भी प्रयास
अब कक्षा नौवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की प्रैक्टिकल बुक लगाने के साथ ही उसकी नियमित जांच भी की जाएगी। इसके अलावा कक्षा छठी से 8वीं तक में साइंस वर्क बुक में भी काम कराया जाएगा। इसकी देखरेख के लिए अधिकारी स्कूलों में निरीक्षण करेंगे।
इन्हें नहीं मिलेगा लाभ
जिन छात्रों के गांव में विज्ञान संकाय का राजकीय विद्यालय है और वह किसी अन्य राजकीय स्कूल में पढ़ाई करना चाहता है तो वह इस योजना के लिए पात्र नहीं होगा।
स्कूलों से मांगी है जानकारी
शिक्षा विभाग विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा हैं। नए सत्र से इस दिशा में और बेहतर ढंग से कार्य किया जाएगा। सभी विज्ञान संकाय से संबंधित स्कूलों से इसकी जानकारी मांगी गई है।