प्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर:नए सिरे से होगा सर्वे, यमुना बेल्ट के साथ ट्यूबवेल कनेक्शन पर लगी रोक हटाईयमुना के साथ बसे इन गांवों का भूजल स्तर काफी ऊंचाई पर
समालखा एरिया में ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए वाटर कंट्रोल अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा भी मंजूरी दी जा चुकी
अब डार्क जोन घोषित करने का काम हरियाणा सरकार द्वारा किया जाएगा। केंद्रीय भू-जल प्राधिकरण की इसमें किसी तरह का दखल नहीं होगा। प्रदेश सरकार ने सिंचाई विभाग के अधीन अपनी खुद की अथॉरिटी बना ली है। अब यह अथॉरिटी ही पूरे प्रदेश में नए सिरे से सर्वे करके डार्कजोन घोषित करेगी। जबकि यमुना नदी के साथ लगते एरिया में ट्यूबवेल कनेक्शन पर लगी रोक हटा दी गई है।
समालखा से कांग्रेस विधायक धर्म सिंह ने समालखा, बापोली और सनोली खंडों के पंद्रह गांवों में किसानों को आ रह समस्या का मुद्दा प्रश्नकाल के दौरान उठाया। यमुना के साथ बसे इन गांवों का भूजल स्तर काफी ऊंचाई पर है। इसके बाद भी सरकार यहां किसानों को ट्यूवबेल कनेक्शन की मंजूरी नहीं दे रही। घरौंडा से भाजपा विधायक हरविंद्र कल्याण, पानीपत ग्रामीण से भाजपा विधायक महिपाल ढांडा और असंध विधायक शमेशर सिंह गोगी ने भी यह मुद्दा सदन में उठाया। इनके जवाब में कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने कहा कि समालखा एरिया में ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए वाटर कंट्रोल अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा भी मंजूरी दी जा चुकी है। यमुना बेल्ट का एरिया डार्कजोन में नहीं है। ऐसे में यहां कनेक्शन देने में कृषि विभाग को किसी तरह की आपत्ति नहीं है। कृषि मंत्री ने कहा कि बिजली निगमों में ट्यूबवेल के कनेक्शन के लिए इंतजार नहीं करना होता है। पूरे प्रदेश में नए सिरे से डार्कजोन घोषित होंगे। अब राज्य की खुद की अथॉरिटी सर्वे करेगी।