पूर्व FIFA प्रेसिडेंट का विवादित बयान:सेप ब्लाटर बोले- मेसी को 2014 वर्ल्ड कप के बाद गोल्डन बॉल नहीं मिलना चाहिए था, कई और बेहतर खिलाड़ी दावेदार थेफीफा के पूर्व प्रेसिडेंट सेप ब्लाटर ने स्टार स्ट्राइकर लियोनल मेसी को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मेसी को 2014 वर्ल्ड कप के बाद गोल्डन बॉल से नवाजा जाना गलत फैसला था। उनके अलावा कई और खिलाड़ी इस अवॉर्ड को डिजर्व करते थे। 84 साल के ब्लाटर पर फीफा के सभी गतिविधियों से 6 साल के लिए बैन लगाया गया था। उसके बाद गियानी इन्फेंटिनो को फीफा प्रेसिडेंट चुना गया।
‘मेसी टूर्नामेंट के बेस्ट प्लेयर नहीं थे, मैं आश्चर्यचकित था’
मेसी को लेकर बोलते हुए ब्लाटर ने कहा, ‘क्या मैं थोड़ा डिप्लोमैटिक जवाब दूं या सच कहूं? जब उन्हें गोल्डन बॉल अवॉर्ड के लिए चुना गया, तो मैं खुद भी आश्चर्यचकित था। मेसी टूर्नामेंट के बेस्ट प्लेयर नहीं थे। कमेटी ने जो फैसला लिया वह गलत था। कमेटी ने मुझसे कहा कि उन्होंने सिर्फ फाइनल में पहुंचने वाले 10 खिलाड़ियों के परफॉर्मेंस को रिव्यू किया।”मेसी को उनके पुराने परफॉर्मेंस की वजह से फायदा हुआ’
ब्लाटर को लगता है कि मेसी के पुराने परफॉर्मेंस ने उन्हें यह अवॉर्ड दिलाया। उन्होंने कहा, ‘अगर टूर्नामेंट को शुरुआत से लेकर अंत तक तुलना की जाए, तो पता चलेगा कि अर्जेंटीनी टीम ने डोमिनेट किया था। इसी वजह से गोल्डन बॉल अवॉर्ड का फैसला मेसी के पक्ष में गया।’
मेसी पहले, मुलर दूसरे और रोब्बन तीसरे नंबर पर रहे थे
2014 वर्ल्ड में मेसी का प्रदर्शन शानदार रहा था। उनकी टीम अर्जेंटीना फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुई थी। हालांकि, फाइनल में अर्जेंटीना को जर्मनी के हाथों 1-0 से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद मेसी को बेस्ट प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था। दूसरे नंबर पर जर्मनी के थॉमस मुलर और तीसरे नंबर पर नीदरलैंड्स के आर्जेन रोब्बन रहे थे।मेसी ने वर्ल्ड कप में 7 मैच में 4 गोल दागे, 1 असिस्ट किया
मेसी ने टूर्नामेंट में 7 मैचों में कुल 4 गोल दागे थे। इसके साथ ही उन्होंने 1 असिस्ट भी किया था। वहीं, मुलर ने टूर्नामेंट में 5 गोल दागे थे और 3 असिस्ट किए थे। रोब्बन ने 7 मैचों में 3 गोल दागे और 1 असिस्ट किया था। वहीं, सबसे ज्यादा गोल कर गोल्डन बूट जीतने वाले कोलंबिया के जेम्स रॉड्रिग्स और गोल्डन ग्लव जीतने वाले जर्मनी के मैनुअल नुएर का नाम टॉप-3 लिस्ट में नहीं था।
2018 वर्ल्ड कप में फ्रांस ने अर्जेंटीना को हराया था
अर्जेंटीना को इसके बाद 2018 वर्ल्ड कप में फ्रांस ने पहले नॉकआउट राउंड में हराकर बाहर कर दिया था। फ्रांस ने 2018 के फाइनल में क्रोएशिया को 4-2 से हराकर वर्ल्ड चैम्पियन बना था। मेसी ने अपना पहला वर्ल्ड कप 18 साल की उम्र में 2006 में खेला था। उन्होंने वर्ल्ड कप में पहला मैच सर्बिया के खिलाफ खेला था। वे वर्ल्ड कप के एक मैच में स्कोर और असिस्ट करने वाले 1966 के बाद इकलौते टीनएज्ड प्लेयर हैं।