क्योड़क में मिला शव:पूरा शरीर जल चुका, बचे पैरों के डीएनए से शिनाख्त का प्रयास, हत्यारों का सुराग लगाना भी चुनौतीरैकी के बाद हत्या की संभावना, मेन रोड से एक किलोमीटर अंदर हांसी-बुटाना नहर पटरी पर पराली के ढेर में जलाया शव
सीएम के गोद लिए गांव क्योड़क में गुरुवार रात को ब्लांइड मर्डर हुआ। मर्डर पुरुष का हुआ या महिला का फिलहाल इसके बारे में पुख्ता पता नहीं चल पाया है। हालांकि पुलिस अब तक इसे पुरुष का ही मर्डर होना मान रही है। पुलिस के लिए अब ब्लाइंड मर्डर की इस गुत्थी को सुलझाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।
इसका बड़ा कारण ये है कि जिस व्यक्ति की हत्या कर शव जलाया उसकी शिनाख्त कर पाना मुश्किल हो रहा है। क्योंकि शिनाख्त के लिए पुलिस के पास मृतक के सिर्फ पैर के अलावा कुछ भी मौके से ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला। जिसकी मदद से शिनाख्त हो सके। जहां पर डेडबॉडी को पराली के ढेर में जलाया गया।
वहां पर कोई नहीं रहता है और हांसी-बुटाना नहर के पास सुनसान एरिया है। हिसार-चंडीगढ़ हाईवे से करीब एक किलोमीटर व क्योड़क गांव से यह वारदात स्थल करीब 3 किलोमीटर दूर है। पुलिस को अभी तक कोई भी ऐसा चश्मदीद नहीं मिला है।
जो गुरुवार रात को हुई इस मर्डर की वारदात के बारे में कुछ सुराग दे सके। हालांकि पुलिस इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाने के लिए कई एंगल से जांच कर रही है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को पीजीआई रोहतक पहुंचाया है। शनिवार को पोस्टमार्टम होगा और इस दौरान डीएनए टेस्ट भी लिया जाएगा। ताकि भविष्य में मृतक की शिनाख्त होने के बाद डीएनए टेस्ट मिलान कर उसकी पुष्टि हो सके।
ब्लांइड मर्डर की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस इन एंगल पर कर रही जांच
आसपास के थाना क्षेत्र से लापता व्यक्तियों की पुलिस थानों से डिटेल ली जा रही है। ताकि मृतक की शिनाख्त हो सके।
गुरुवार रात को वारदात स्थल के आसपास के एरिया का मोबाइल नेटवर्क डंप किया जा रहा है।
हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर विभिन्न प्रतिष्ठानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को जांचा जा रहा है।
वारदात स्थल के आसपास जिन लोगों के खेत हैं उनसे संपर्क किया जा रहा है ताकि कोई सुराग हाथ लग सके।
एसपी ने सदर थाना व सीआईए की दो टीमों समेत कुल 3 टीमों को इस वारदात की गुत्थी को सुलझाने में लगाया है।
कयास…हत्या कहीं ओर की, शव यहां जलाया
गांव क्योड़क के नजदीक हांसी-बुटाना नहर पटरी किनारे हत्या के बाद शव जलाने की वारदात किसी गहरी रंजिश में वारदात को अंजाम देने की ओर इशारा कर रही है। हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे से नहर पटरी पर करीब एक किलोमीटर चलकर पराली के ढेर में शव जलाया गया।
शुक्रवार सुबह जब पराली में जलता हुआ शव दिखाई दिया तो लोगों की मौके पर काफी भीड़ लग गई। भीड़ द्वारा कयास लगाए जा रहे थे कि वारदात को अंजाम देने की पटकथा पहले ही रची जा चुकी थी। हत्या कर व्यक्ति का शव यहां पराली के ढेर में डाल कर जला दिया गया। पैरों के ऊपर पराली न डाले जाने के कारण वे जलने से बच गए।
शव के पैर दिखे तो पता लगा किसी व्यक्ति को जलाया गया है: रमेश
मैं और वेदपाल शुक्रवार सुबह चारा लेने के लिए बुग्गी लेकर खेत में जा रहे थे। सुबह 8.20 बजे मेरे खेत के पास पहुंचे तो नहर की पटरी किनारे पराली में आग लगी हुई थी। हम जैसे ही नजदीक पहुंचे तो जल रही पराली के बाहर किसी इंसान के पांव दिखे। शरीर का अन्य हिस्सा पराली में था जो लगभग जल चुका था। इसके बाद तुरंत ही क्योड़क चौकी व गांव के लोगों को सूचित किया। 10 मिनट पुलिस मौका पर पहुंच गई।मेरे साथ खेत में जा रहे वेदपाल के बाद में पुलिस ने बयान लिए।