उद्धव ठाकरे के मजाक से कांग्रेस चिंतित:भाजपा के लिए कहा- हम पहले एक साथ थे और भविष्य में शायद हम सभी फिर एक साथ आएंकांजुरमार्ग कारशेड निर्माण के मसले पर कृपा करके विपक्ष (भाजपा) राजनीति न करें। क्योंकि हम (शिवसेना) पहले एक साथ थे और शायद भविष्य में हम सब (भाजपा) एक साथ आएं। इसलिए हम (सत्तापक्ष व विपक्ष) सब ने मेट्रो प्रोजेक्ट को पूरा किया तो जनहित में बहुत बड़ा काम पूरा होगा। CM ठाकरे ने यह महत्वपूर्ण बयान मजाकिया लहजे में बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर विधानसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए दिया।
इस बयान के बाद वे खुद भी अपनी हंसी रोक नहीं और विपक्ष में बैठे भाजपा विधायकों ने मेज थपथपाकर सकारात्मक रुख दिखाया, परंतु महाविकास आघाड़ी सरकार में शामिल कांग्रेस के विधायकों में ठाकरे के इस बयान के बाद से चिंता है। बजट सत्र शुरू है, लिहाजा ऑन रिकार्ड कोई भी कांग्रेसी मंत्री फिलहाल कुछ भी कहने से कन्नी काट रहा है।
ठाकरे की फडणवीस को घेरने की सधी चाल
मुख्यमंत्री ठाकरे विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देने जब खड़े हुए तो बहुत ही सधी सियासी चाल चली। उन्होंने अपने भाषण में कई बार पूर्व वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटिवार की तारीफ की, परंतु कांजुरमार्ग में मेट्रो कारशेड के मुद्दे पर सीधे सीधे ठाकरे शैली में पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का गिरेबान पकड़ने का प्रयास किया। उन्होंने कांजुरमार्ग में कारशेड निर्माण पर कड़ा रुख अपनाने वाले फडणवीस पर हमला बोला।
मेट्रो-3 का खर्च 10 हजार करोड़ बढ़ गया, जांच कराई जाए क्या : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मेट्रो-3 का खर्च 10 हजार करोड़ बढ़ने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि अभी तक मेट्रो-3 के डिपो को मंजूरी नहीं मिली है। फिनिशिंग नहीं है और स्टेबलिंग लाइन भी नहीं है, फिर खर्च बेहताशा बढ़ गया है। ठाकरे ने भाजपा नेताओं से सवाल पूछा है कि बिना कुछ किए यह खर्च कैसे बढ़ा? क्या इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी जाए या फिर गहराई में जाकर जांच करनी चाहिए? इसी तरह मेट्रो-6 की लाइन का टेंडर निकाला गया है, परंतु उसके डिपो का ही पता नहीं है। और जहां तक कांजुरमार्ग मेट्रो कारशेड की जमीन का मसला है, तो भाजपा कांजुरमार्ग मेट्रो कारशेड के मुद्दे को प्रतिष्ठा व ईगो का विषय न बनाए।
आरे में प्रस्तावित कारशेड की जगह कुछ वर्षों में अपर्याप्त साबित होगी
ठाकरे ने कहा, आरे में प्रस्तावित कारशेड की जमीन कुछ वर्षों में अपर्याप्त साबित होगी। भविष्य में मेट्रो-4 और मेट्रो-4ए के लिए कारशेड की जरूरत महसूस होगी। इसलिए सरकार की इच्छा है कि यहां-वहां कारशेड बनाने के बदले कांजुरमार्ग में ही सभी मेट्रो के लिए एक बड़ा कारशेड बनाया जाए। ऐसा करने पर मेट्रो की कनेक्टिविटी सीधे कल्याण-डोंबिवली से होते हुए अंबरनाथ एवं बदलापुर तक हो जाएगी। और आरे कॉलोनी का जंगल सुरक्षित रहेगा।