रोजी-रोटी का संकट:बहादुरगढ़ में धरने पर बैठे किसानों के विरोध में झाड़ौदा के ग्रामीणों ने निकाली तिरंगा यात्राग्रामीण बोले- बॉर्डर बंद होने से उनकी सब्जी की फसल हो गई है खराब, पुलिस ने रोका
तीन कृषि सुधार कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन के कारण बंद पड़े बॉर्डर से दिल्ली के किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि बॉर्डर बंद होने से उनकी सब्जी की फसल खराब हो गई है। इस कारण तीन माह से झाड़ौदा के ग्रामीण काफी परेशानी के बाद अब बहादुरगढ़ में धरना दे रहे किसानों को वापस जाने को कह रहे हैं।
किसानों ने कहा कि धरना दे रहे किसान केवल राजनीति कर रहे हैं। वे लोग हमारी फसलों को बर्बाद होते देखने के बाद भी धरना नहीं उठा रहे। गुरुवार दोपहर बहादुरगढ़ में किसानों के धरने का विरोध करने के लिए करीब पचास से अधिक ट्रैक्टरों के साथ सैकड़ों किसानों ने झाड़ौदा से बहादुरगढ़ की तरफ कूच किया।
ग्रामीण बहादुरगढ़ के टिकरी बॉर्डर पार कर तिरंगा यात्रा निकालना चाहते थे, लेकिन दिल्ली के झाड़ौदा बॉर्डर पर ही पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया। पुलिस का कहना है कि यदि वे किसान बहादुरगढ़ में धरना दे रहे किसानों तक पहुंच जाते तो विवाद होने की संभावना बन सकती थी।