मुख्यमंत्री पर टिकी नजरें:विज के 8 आईपीएस के पैनल पर सीएम के फैसले का इंतजारनए पैनल को लेकर आखिरी फैसला मुख्यमंत्री ही लेंगे
डीजीपी मनोज यादव को एक साल की एक्सटेंशन मिलने के बाद गृह मंत्री अनिल विज की ओर से पैनल भेजने के बाद सभी की नजरें मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर टिक गई हैं, क्योंकि आखिरी फैसला उन्हें ही लेना है।
मुख्यमंत्री ने जहां एक दिन पहले ही डीजीपी को एक्सटेंशन मिलने पर पैनल की जरूरत नहीं बताई थी, वहीं विज ने उनका बयान आने के चंद घंटों बाद ही पैनल में शामिल आठ आईपीएस के नाम उन्हें भेजते हुए जल्द नए डीजीपी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करने की सिफारिश की थी। ऐसे में सीएम से मंजूरी मिलने के बाद ही यह पैनल यूपीएससी को भेजा जाएगा।
वहां सभी के सर्विस रिकॉर्ड की जांच होगी और इसके बाद तीन आईपीएस के नाम सरकार को वापस भेजे जाएंगे। इनमें किसी भी एक आईपीएस को सरकार पुलिस मुखिया की जिम्मेदार सौंपेंगी। इस प्रक्रिया में भी करीब तीन माह का वक्त लग सकता है।
डीजीपी को लेकर चल रहे विवाद के बीच बुधवार को गृह मंत्री अनिल विज दिल्ली पहुंचे। ऐसे में दिनभर प्रदेश मुख्यालय में उनके भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ मुलाकात की चर्चा रही। यही माना जाता रहा कि वे डीजीपी को लेकर ही दिल्ली में नेताओं से मिलेंगे। परंतु शाम को विज ने बताया कि उनका ऑक्सीजन लेवल ठीक नहीं है। इसलिए वे दिल्ली में डॉक्टरों से जांच कराने आए थे।