पानीपत का मौसम:न्यूनतम तापमान में आई स्थिरता से गेहूं की फसल को फायदा, 1 डिग्री बढ़ा अधिकतम तापमानपानीपत में 89 हजार हेक्टेयर है गेहूं का रकबा, किसानों को 7 मार्च तक गेहूं की सिंचाई न करने की सलाह
पानीपत में गुरुवार को हवाओं की रफ्तार थमी रही। मौसम साफ रहा। सुबह से ही धूप देखने को मिली। दिन के तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि न्यूनतम तापमान स्थिर रहा। बीते कई दिनों से न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी न होने का फायदा गेहूं की फसल को मिलेगा। कृषि वैज्ञानिकों ने जिले के किसानों को 7 मार्च तक गेहूं की फसल की सिंचाई न करने की सलाह दी है। गुरुवार को सुबह 10 बजे तक अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहेगा।
तापमान में बीते कई दिनों से उतार-चढ़ाव होने के बाद न्यूनतम तापमान में स्थिरता आई है। हालांकि अधिकतम तापमान रोजाना बढ़ रहा है। बुधवार के मुकाबले गुरुवार को अधिकतम तापमान 1 डिग्री बढ़कर 30 पर पहुंच गया। रोजाना बढ़ रहे अधिकतम तापमान ने गेहूं के किसानों की चिंता बढ़ा दी थी, लेकिन न्यूनतम तापमान की स्थिरता से फसल अच्छी होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने 7 मार्च को पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना जताई है।
7 मार्च तक न करें सिंचाई
कृषि विज्ञान केंद्र उझा के इंचार्ज डॉ. राजबीर गर्ग ने बताया कि जिले में गेहूं की फसल का कुल रकबा 89 हजार हेक्टेयर है। फिलहाल गेहूं की फसल में दाना बनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। तेज हवाओं के कारण फसल को पानी देने से वह गिर सकती है। किसानों को 7 मार्च तक सिंचाई न करने की सलाह है।