मां के लिए ब्लड ढूंढने में देर हुई तो दोस्तों के साथ मिलकर बनाया ब्लड डोनेशन ग्रुप, अब तक 500 मरीजों को कर चुके हैं ब्लड डोनेटगुजरात के वडोदरा जिले के रहने वाले तीन दोस्तों ने एक अनोखी पहल शुरू की है। इन लोगों ने ब्लड डोनेशन करने वालों का एक ग्रुप बनाया है। जो गुजरात के अलग-अलग शहरों में सिर्फ एक फोन कॉल पर ब्लड मुहैया कराते हैं। पांच साल पहले इन लोगों ने इस ग्रुप की शुरुआत की थी। अभी तीन सौ से ज्यादा ब्लड डोनर इस ग्रुप में शामिल हैं। करीब 500 जरूरतमंदों को ये लोग मदद कर चुके हैं। इनमें 50 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं।
इन ग्रुप का नाम ब्लड@ योर सर्विस है। इस ग्रुप की शुरुआत करने वाले वडोदरा के रहने वाले जैविक पंड्या अभी कनाडा में इंजीनियरिंग कर रहे हैं। वे कहते हैं कि कुछ साल पहले मेरे एक दोस्त की मां बीमार थीं और उन्हें O निगेटिव ब्लड की जरूरत थी। इस ब्लड के लिए हम दिन भर परेशान हुए। तभी मेरे दिमाग में ये बात आई कि देश में ऐसे कितने ही लोग होंगे, जिन्हें ब्लड की जरूरत होती होगी और शायद उन्हें समय पर ब्लड मिल भी नहीं पाता हो। क्या हम इनके लिए कुछ उपाय निकाल सकते हैं।जैविक बताते हैं कि उसी दिन मैंने एक अभियान शुरू करने का फैसला लिया और अपने दो दोस्तों जय पटेल और दीपेश पटेल के साथ मिलकर हमने ब्लड@ योर सर्विस नामक एक सोशल मीडिया ग्रुप बनाया। जो आज न केवल वडोदरा बल्कि गुजरात के कई शहर के लोगों की भी मदद कर रहा है।
ब्लड डोनेट करने वालों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती गई
जैविक पंड्या के मुताबिक, ग्रुप की शुरुआत 2016 में सिर्फ 22 सदस्यों के साथ हुई थी। इसके बाद धीरे-धीरे उनके दोस्त, परिवार और रिश्तेदार के सदस्य ग्रुप से जुड़ते गए। जय पटेल बताते हैं कि एक बार मेरी मां बीमार हुई तो उन्हें भी 12 यूनिट AB निगेटिव ब्लड की जरूरत पड़ी। तब भी मुझे यह़ ब्लड खोजने में बहुत दिक्कत आई थी। उस दौरान मुझे एक शख्स को आणंद से वडोदरा बुलाना पड़ गया था। इन्हीं बुरे अनुभवों के बाद हमने अपने ग्रुप के लिए तेजी से काम किया और आज ग्रुप से 300 लोगों को जोड़ चुके हैं।
अलग-अलग शहरों में डोनर सेवा देते हैंऑस्ट्रेलिया में मास्टर्स कर रहे ग्रुप के सदस्य दीपेश पटेल बताते हैं कि जिन मरीजों को ब्लड की जरूरत होती है, उससे हम पहले डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन मांगते हैं। और इसके बाद डोनर से संपर्क कर ब्लड उपलब्ध कराने की पूरी कोशिश करते हैं। वर्तमान में हमारे पास अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, आणंद, हिम्मतनगर में डोनर हैं और इन सभी शहरों में हम इन्हीं डोनर के माध्यम से जरूरतमंद लोगों तक ब्लड पहुंचाते हैं। वे बताते हैं कि आने वाले दिनों में हम दूसरे शहरों के सोशल मीडिया समूहों के साथ मिलकर भी काम करेंगे ताकि अधिक से अधिक शहरों में और अधिक लोगों को ब्लड उपलब्ध कराया जा सके।
गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता
दीपेश पटेल बताते हैं कि जब हम कॉलेज में थे तो रक्तदान शिविरों में भाग लिया करते थे। इस बात से भी हमें ब्लड डोनेट के लिए प्रेरणा मिली। सबसे बड़ी बात ये है कि हम गर्भवती महिलाओं तक ब्लड पहुंचाने को प्राथमिकता भी देते हैं। 50 से ज्यादा गर्भवती महिलाओं की मदद कर चुके हैं। इसके अलावा हम गोधरा सहित 3 से 4 थैलेसीमिया रोगियों को नियमित रूप से रक्त दान करते हैं।
लोगों से रक्तदान की अपील करते हैं
दीपेश पटेल बताते हैं कि जब वडोदरा में डेंगू के मामले बढ़े, तो 100 से अधिक लोगों से रक्त दान करवाया था। कोरोना महामारी के बाद लगे लॉकडाउन के दौरान भी हमने अपना काम जारी रखा था। हर व्यक्ति को ब्लड डोनेट करना चाहिए। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। और इससे कोई शारीरिक समस्या भी नहीं होती है।
ग्रुप में करीब 50 महिलाएं भी शामिल
ब्लड@ योर सर्विस ग्रुप के सदस्य जय पटेल बताते हैं कि दुर्घटना और अन्य बीमारियों में ब्लड की कमी के चलते कई लोगों को अपनी जान गंवाना पड़ जाती है। इसीलिए हमारी कोशिश है कि ऐसा न हो। इसीलिए अपने ग्रुप में ज्यादा से ज्यादा लोग जोड़ना चाहते हैं। हमारे ग्रुप में लगभग 50 महिला ब्लड डोनर भी शामिल हैं। हम वडोदरा शहर के सभी ब्लड बैंकों से जुड़े हैं और हर संभव प्रयास करते हैं कि जरूरतमंद को हमारे जरिए ब्लड मिल सके।