पेट्रोल-डीजल और गैस के बढ़ते रेट के विरोध में प्रदर्शन:फॉर्च्यूनर पर आए कांग्रेसी, घोड़ा-रेहड़ा और साइकिल चलाकर ज्ञापन देने पहुंचेडीसी मुकुल कुमार को सौंपा राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन, सीएम व पीएम के खिलाफ की नारेबाजी
कांग्रेसियों ने बढ़ते पेट्रोल-डीजल और रसोई के दामों के विरोध में प्रदर्शन किया। पंचायत भवन चौक पर कांग्रेसी रोड के बीच ही बैठ गए। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम मनोहरलाल के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन करने कांग्रेसी, फॉर्च्यूनर व इनोवा जैसे महंगी गाड़ियों में पहुंचे थे। वहीं, साथ में गैस सिलेंडर भी लेकर आए थे।
पंचायत भवन चौक से डीसी ऑफिस तक घोड़ा रेहड़ा और साइकिल पर ज्ञापन देने पहुंचे। इस दौरान लघु सचिवालय के अंदर घोड़ा रेहड़ा और साइकिल पर एंट्री करने से पुलिस ने रोक दिया। इससे विधायक बिशनलाल सैनी के साथ पुलिसकर्मियों की बहस भी हुई। विधायक का कहना था कि पुलिस उन्हें इस तरह से नहीं रोक सकती।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे उन्हें नहीं रोक रहे, वे तो घोड़ा-रेहड़ा को रोक रहे हैं। बाद में उन्होंने डीसी मुकुल कुमार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया। प्रदर्शन ज़िला प्रभारी सुरेश यूनिसपुर के नेतृत्व में किया गया। उन्होंने कहा सरकार पेट्रोलियम पदार्थों के दामों में बेतहाशा टैक्स लगाकर वृद्धि कर रही है। किसी भी व्यक्ति की आय बढ़ाने या बेरोज़गार को रोज़गार देने की तरफ सरकार का कोई ध्यान नहीं है।
सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगें नहीं मान रही। मौके पर विधायक बीएल सैनी, विधायक रेणुबाला, पूर्व मंत्री अकरम खान, पूर्व विधायक राजपाल भूखड़ी, पूर्व चेयरमैन श्याम सुंदर बतरा, निर्मल चौहान, सुरेश ढांडा, देवेंद्र चावला, राकेश काका, अनिल गोयल, पार्षद हरमीन कौर, पार्षद विनय कांबोज, प्रवक्ता राय सिंह, नरपाल सिंह, टीपी सिंह, मनोज जयरामपुर, सचिन शर्मा, संदीप राणा, मांगेराम मारूपुर, मोहन वर्मा व रमन त्यागी मौजूद रहे।
कांग्रेसी एक दिखे, लेकिन आगे आने की होड़ रही
प्रदर्शन में इस बार कांग्रेसी एक दिखे। हालांकि कांग्रेसियों में एक दूसरे से आगे बढ़ने की होड़ नजर आई। जब पंचायत भवन से एकत्रित होकर ज्ञापन देने के लिए चले तो कुछ कार्यकर्ता इतनी तेज चल रहे थे कि जिनके नेतृत्व में प्रदर्शन हो रहा था वे पीछे रह गए। इस दौरान कुछ नेताओं ने इस पर नाराजगी भी जताई।