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बिजली की चोरी पर छापामार अभियान:4.50 करोड़ के डिफाॅल्टर ने दूसरे नाम से कनेक्शन लिया

बिजली की चोरी पर छापामार अभियान:4.50 करोड़ के डिफाॅल्टर ने दूसरे नाम से कनेक्शन लिया, नारनौल में टीम पर हमलाप्रदेश के 5 बड़े शहरों में लगातार दूसरे दिन चली बिजली निगम की कार्रवाई
विभाग को 200 करोड़ तक मिल सकता है रेवन्यू
बिजली की चोरी करने वाले इंडस्ट्री संचालकों के विरुद्ध सरकार का छापामार अभियान रविवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रदेश के 5 शहरों गुड़गांव, धारूहेड़ा, फरीदाबाद, रेवाड़ी और हिसार बड़ी इंडस्ट्री में बिजली चोरी के कई केस रविवार को पकड़े गए। एक केस ऐसा भी आया, जो बिजली विभाग का साढ़े चार करोड़ रुपए का डिफाल्टर था, लेकिन उसने दूसरा कनेक्शन ले लिया। नारनौल में टीम पर हमला कर दिया।

सूत्रों के अनुसार दो दिन में करीब 2700 बिजली चोरी के मामले पकड़े गए हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा पूरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। सीएम मनोहर लाल ने कहा कि करीब 200 करोड़ की बिजली चोरी पकड़े जाने की संभावना है। 2 दिन की छापेमारी की जो रिपोर्ट पहुंची, उसमें इंडस्ट्री व विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मिलीभगत कर चोरी करते थे।

नारनौल क्षेत्र में 2 दिन में 43 केस पकड़े

नारनौल, बिजली निगम की टीमों ने शनिवार व रविवार को नारनौल में छापामारी कर बिजली चोरी के 43 मामले पकड़े हैं, जिनपर 3.35 लाख रुपए जुर्माना किया गया। उनके खिलाफ निगम के रेवाड़ी स्थित थाने में बिजली चोरी की रपट दर्ज कराई है।

एसडीओ पवन ग्रोवर ने बताया कि रविवार सुबह जेई वासुदेव, जेई संजीव, लाईन मैन प्रिंस, लाईन मैन ललित, हेड कांस्टेबल हरपाल व चालक सुरेश कुमार की टीम गांव डोहर कलां में बिजली चोरी पकडने गई थी। इस दौरान जेई वासुदेव बिजली मीटर की जांच कर रहा था। तभी सोनू ने जेई पर हमला कर दिया। दूसरे कर्मचारियों से अभद्रता से पेश आया। पुलिस ने इस मामले में कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।

डिफाॅल्टरों ने अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर दोबारा लिए कनेक्शन, अब जांच में पकड़े गए

छापेमारी के दौरान सैकड़ों ऐसे केस सामने आए, जिन्हें बिजली विभाग ने डिफाल्टर घोषित किया था, लेकिन उन्होंने अधिकारियों की मिलीभगत से दूसरे नामों से बिजली के कनेक्शन ले लिए। एक केस ऐसा भी आया, जो बिजली विभाग का साढ़े चार करोड़ रुपए का डिफाल्टर था, लेकिन उसने दूसरा कनेक्शन ले लिया।

सीएम मनोहर लाल के अनुसार अब तक एक हजार से ज्यादा केस पकड़े जा चुके हैं। सीएम ने बताया कि हमारे पास बिजली चोरी के तमाम इनपुट थे। भविष्य में भी इस अभियान को जारी रखा जाएगा, लेकिन अभियान कब शुरू या खत्म होगा, इस सूचना को गोपनीय रखा जाएगा, ताकि बिजली चोरी करने वाले बच न सकें।

सीएम ने कहा कि अमूमन राजनेता बिजली चोरी करने वालों या बिजली के कनैक्शन दिलाने वालों की सिफारिश करते हैं, लेकिन दो दिन में एक हजार से ज्यादा बिजली चोरी के केस पकड़े गए हैं, लेकिन एक भी किसी जनप्रतिनिधि का फोन उनके पास नहीं आया। बिजली विभाग का लाइन लास 32 फीसदी था, जिसे हम 15 फीसदी पर लाएंगे। इसमें हमें धीरे-धीरे सफलता मिल रही है।

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